जब भी चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का जिक्र होता है तो टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) को जरूर याद किया जाता है। फ्रेंचाइजी ने पहले सीजन में इस दिग्गज को कप्तान नियुक्त किया और इसके बाद धोनी की अगुवाई में चार बार आईपीएल (IPL) और दो बार चैंपियंस लीग टी20 का खिताब भी अपने नाम किया। चेन्नई इनकी कप्तानी में महज एक बार ही प्लेऑफ तक पहुँचने में असफल रही थी। राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स में अपने समय को याद करते हुए, इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन (Kevin Pietersen) ने खुलासा किया कि सीएसके वास्तव में धोनी के लिए क्या मायने रखती है।
चेन्नई सुपर किंग्स पर आईपीएल 2015 के बाद दो साल का बैन लगा दिया गया था और इसी वजह से एमएस धोनी उन आईपीएल सीजन में राइजिंग पुणे सुपर जायंट्स की तरफ से खेले थे। विकेटकीपर-बल्लेबाज ने 2016 में RPS की कप्तानी की थी और अगले सीजन में बतौर खिलाड़ी खेले थे।
पंजाब किंग्स के खिलाफ चेन्नई के खेल की शुरुआत से पहले स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए, पीटरसन ने स्वीकार किया कि धोनी ने "अविश्वसनीय रूप से पेशेवर" होने के नाते, उन दो सत्रों में पुणे को अपना 100 प्रतिशत दिया, जब चेन्नई 2018 के सीजन के लिए आईपीएल में वापस आई तो वह काफी उत्साहित थे।
धोनी के लिए सीएसके परिवार की तरह है - केविन पीटरसन
केविन पीटरसन ने कहा,
वह पीला ऑउटफिट एमएस धोनी के लिए बहुत मायने रखता है। मुझे याद है कि मैं उसके साथ पुणे सुपरजायंट्स में कुछ सीज़न के लिए खेल रहा था और जब वे प्रतियोगिता में वापस आए तो वह सीएसके में वापस आकर बहुत खुश थे। वह अविश्वसनीय रूप से पेशेवर थे। उन्होंने सबसे अच्छा काम किया जो वह कर सकते थे क्योंकि वह उस तरह के आदमी हैं। वह हमेशा अपना शत-प्रतिशत देते हैं। पुणे में, उन्होंने जो देने की कोशिश की, उसमें वह अविश्वसनीय थे। लेकिन अगर आप उनकी एनर्जी को देखें तो वह जिस तरह से हेलमेट की ग्रिल पर मुक्का मारते हैं और एमएस धोनी के लिए सीएसके कितना मायने रखती है। यह उनके लिए एक परिवार है।
2018 में चेन्नई को धोनी ने तीसरी बार आईपीएल का ख़िताब जितवाया। इसके बाद 2020 का सीजन टीम के लिए काफी खराब रहा था लेकिन 2021 में फिर उन्होंने अपनी टीम को चैंपियन बनाया।