इस समय भारतीय क्रिकेट टीम की गेदबाजी दुनिया की सबसे बेहतरीन और ख़तरनाक गेदबाजी के रूप में जानी जाती है। भारतीय क्रिकेट टीम के पास स्पिनर गेंदबाज के रूप में कुलदीप यादव और यूज़वेन्द्र चहल जैसे अच्छी गेंदबाजी करने वालेे खिलाड़ी मौजूद है, तो वहीं दूसरी तरफ़ तेज़ गेंदबाज के रूप में भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह जैसे धुरंधरो की ख़तरनाक गेदबाजी भी है।
बात की जाए बाएँ हाथ वाले गेंदबाज़ों की, तो इस समय भारतीय टीम में स्थायी रूप से कोई भी लेफ्ट आर्म पेसर नहीं है। ऐसे में मध्यम गति के युवा गेंदबाज खलील अहमद भारत की इस कमीं को पूरा कर सकते हैं। खलील अहमद की सबसे बड़ी खासियत है उनकी रफ्तार और लाइन लेंथ। युवा गेंदबाज खलील अहमद 145 किमी/घंटा की औसत रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। इस दौरान गेंद पर उनका नियंत्रण भी शानदार रहता है। खलील अहमद ने अपनी शानदार मध्यम गति की गेदबाजी से कई बार विरोधी टीम को दांतो तले चने चबवाए है।
खलील अहमद से पहले भारतीय क्रिकेट टीम के मीडियम पेसर ज़हीर खान की ख़तरनाक गेंदबाज़ी को हम सभी ने देखा है। क्रिकेट टीम में एक लेफ्ट आर्म पेसर का होना काफ़ी जरूरी होता है, और इस समय भारतीय टीम में कोई भी मीडियम पेसर मौजूद नहीं हैं। इस अवस्था में खलील अहमद भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होकर ज़हीर खान की जगह ले सकते हैं।
क्रिकेटर खलील अहमद ने मीडियम पेसर के रूप में अभी तक 6 एकदिवसीय मैचों में 11 विकेट अपने नाम किये हैं, वहीं उनकी इकोनामी रेट भी 5.07 की रही है। ऐसे में उनके इस प्रदर्शन को देखते हुए कहा जा सकता है कि खलील अहमद को अगर भारतीय टीम में स्थायी तौर पर शामिल किया जाता है, तो वह निश्चित रूप से पूर्व मीडियम पेसर ज़हीर खान की कमी को पूरा करनें में सफ़ल होंगे।
20 वर्षीय खलील अहमद ने पिछले साल अक्टूबर में राजस्थान के लिए जम्मू-कश्मीर के खिलाफ अपना प्रथम श्रेणी डेब्यू किया था और अब तक उन्होंने दो मैचों में 2 विकेट लिए हैं। लेकिन उनकी असली क्षमता छोटे फॉर्मेट्स में दिखती है और अब तक वह 17 लिस्ट ए मैचों में 28 और 12 टी20 मैचों में 17 विकेट ले चुके हैं। भारत के पूर्व स्टार तेज गेंदबाज जहीर खान ने भी खलील अहमद की तारीफ करते हुए उन्हें एक प्रतिभावान गेंदबाज बताया है। खलील एनसीए में ट्रेनिंग करते रहे हैं और राहुल द्रविड़ को अपना गुरू मानते हैं।
क्रिकेट की ब्रेकिंग न्यूज़ और ताज़ा ख़बरों के लिए यहां क्लिक करे