किंग्स XI पंजाब ने अपने घरेलू मैदान मोहाली को बदलने के लिए बीसीसीआई से आग्रह किया

Rahul

इंडियन प्रीमियर लीग की टीम किंग्स XI पंजाब ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड से आग्रह किया है कि वह उनके घरेलू मैदान मोहाली से बदलकर किसी और जगह कर दे। टीम के अधिकारियों ने इसका कारण बताते हुए कहा है कि राज्य क्रिकेट एसोसिएशन से कम समर्थन मिलना और लोकल अथॉरिटीज से लगातार असहमति मिलने के कारण ही हमने बीसीसीआई से दरख्वास्त की है कि वह पंजाब टीम का घरेलू मैदान मोहाली से बदलकर किसी और मैदान को बना दे। इस मामले को लेकर बीसीसीआई के एक अधिकारी ने एक निजी अख़बार को सुचना देते हुए बताया कि पंजाब टीम ने पहले आईपीएल सत्र में मोहाली के लिए बोली लगाकर इस स्थान को अपनाया था। अगर वह अब इस मैदान को बदलना चाहते हैं, तो उन्हें अब दुबारा बीसीसीआई को अधिकारिक राशि देनी होगी। उन्होंने पहले भी इस मामले को लेकर बोर्ड से अर्जी लगाई थी लेकिन बोर्ड उनके विचार से सहमत नहीं हुआ था। पंजाब टीम के मैदान बदलने और भविष्य में टीम को लेकर बीसीसीआई के अधिकारी ने आगे कहा, "पंजाब टीम ने लोकल पुलिस अथॉरिटीज से कई प्रकार के मामलों का सामना किया है। साथ ही उन्हें पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन से कम समर्थन मिलने के बारे में बताया है। अगर बोर्ड उन्हें मैदान बदलने की अनुमति देता है, तो टीम के नाम बदलने की सम्भावना ज्यादा होगी और टीम का नया नाम उनके नए मैदान के मुताबिक होगा। इस मामले पर आईपीएल गवर्निंग काउंसिल अपना फैसला जल्द ही लेगी।" किंग्स XI पंजाब ने पहली बार इस मुद्दे को लेकर बीसीसीआई से दरख्वास्त नहीं की, उन्होंने दिसंबर 2015 में भी बीसीसीआई से इस बात को लेकर आग्रह किया था। अगर बीसीसीआई पंजाब टीम के आग्रह को मान लेती है, तो टीम का नाम उनके नए स्थान को लेकर रखा जा सकता है। पंजाब टीम के नए मैदान के नामों को लेकर धर्मशाला और इंदौर के मैदान का नाम सबसे आगे चल रहा है। यह दोनों मैदान आईपीएल में पहले भी पंजाब के घरेलू मैदान के रूप में मैच करवा चुके है। हाल ही में राजस्थान रॉयल्स ने भी बीसीसीआई से टीम के नाम को बदलने का आग्रह किया है। पंजाब और राजस्थान के आग्रह पर बीसीसीआई का क्या फैसला रहता है, यह तो आने वाले दिनों में जल्द ही पता चल जायेगा। 2018 में होने वाले आईपीएल के 11वें सत्र में दो पुरानी टीमें चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स वापस आ रही है। साल 2015 में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों को लेकर दोनों टीमों को दो साल के लिए निलंबित कर दिया गया था। इस संस्करण की खास बात यह भी होगी कि इस सत्र में सभी खिलाड़ियों पर एक बार फिर से बोली लगाई जाएगी।