सुनील गावस्कर को लेकर किरण मोरे का बयान आया है। किरण मोरे ने सुनील गावस्कर को नेट्स पर अलग बल्लेबाज बताया जिसका प्रदर्शन मैच में अलग होता था। किरण मोरे ने कहा कि सुनील गावस्कर नेट्स पर सबसे खराब बल्लेबाज थे। किरण मोरे के अनुसार नेट्स पर सुनील गावस्कर संघर्ष करते हुए नजर आते थे।
एक पॉडकास्ट में किरण मोरे ने कहा कि नेट्स पर सुनील गावस्कर सबसे खराब खिलाड़ियों में से एक थे। नेट्स पर उन्हें अभ्यास करने जैसा नहीं देखा जाता था। नेट्स पर अभ्यास और टेस्ट में उनकी बल्लेबाजी में 99 फीसदी से भी ज्यादा अंतर होता था। नेट्स पर उन्हें बल्लेबाजी करते हुए देखकर लगता था कि वे कैसे रन बना पाएंगे। अगले दिन मैच में उन्हें बल्लेबाजी करते हुए देखकर मुंह से वाह निकल जाता था।
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सुनील गावस्कर में थी एकाग्रता
किरण मोरे ने सुनील गावस्कर में सबसे अच्छी बात एकाग्रता बताई। उन्होंने कहा कि एकाग्रता सुनील गावस्कर में भगवान प्रदत्त एक गुण था। उनकी एकाग्रता का स्तर अविश्वसनीय था। एक बार जब वे अपने जोन में आते थे तो कोई उनके पास नहीं आ पाता था और वे किसी की नहीं सुनते थे। अगर आप उनके सामने बात कर रहे हों या नाच रहे हों, उनको कोई फर्क नहीं पड़ता और ध्यान क्रिकेट पर ही रहता था।
गौरतलब है कि सुनील गावस्कर के साथ किरण मोरे चार साल तक खेले हैं। सुनील गावस्कर बिना हेलमेट दिग्गज गेंदबाजों का आसानी से सामना करते थे। एक बार क्रीज पर टिकने के बाद उन्हें आउट करना आसान नहीं था। टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहले दस हजार रन उन्होंने ही बनाए थे। इसके अलावा उनके नाम 34 शतक भी थे। वनडे में एक बार उन्होंने टेस्ट की तरह खेलते हुए 36 रन की धीमी पारी भी खेली थी। क्रिकेट के बाद सुनील गावस्कर भारतीय कमेंट्री में एक बड़ा नाम बन गए और अपना विश्लेषण कमेंट्री के माध्यम से बताते हैं।