गौतम गंभीर को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के सफलतम कप्तानों में से एक माना जा सकता है। उनके नेतृत्व में कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) ने 2012 और 2014 में दो बार आईपीएल का ख़िताब जीता। इससे पहले गंभीर ने इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत में दिल्ली डेयरडेविल्स का प्रतिनिधित्व किया था। आईपीएल के 10वें संस्करण के बीच में गंभीर ने घोषणा की है कि वह दिल से दिल्ली के हैं और दोबारा उन्हें इस फ्रैंचाइज़ी का हिस्सा बनने में ख़ुशी होगी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नियमों के मुताबिक आईपीएल के अगले सत्र के लिए सभी खिलाड़ियों को रिलीज़ कर दिया जाएगा और ताजा नीलामी के लिए दोबारा उनकी नीलामी होगी। किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मैच से पहले कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने कहा, 'मेरे ख्याल से मेरा दिल दिल्ली के साथ है। मैंने तीन वर्ष दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया है। दिल्ली मेरे दिल की गहराई में बसा हुआ है। मैं अपने करियर का अंत दिल्ली के साथ करना चाहूंगा। भले ही मैं केकेआर का कप्तान हूं और चाहता हूं कि इस वर्ष वो तीसरी बार ख़िताब जीते, लेकिन मैं दिल्ली से हूं इसलिए चाहता हूं कि दिल्ली डेयरडेविल्स भी बेहतर प्रदर्शन करे।' यह भी पढ़ें : विराट कोहली के समर्थन में उतरे गौतम गंभीर, ब्रैड हॉज ने लिया यू-टर्न आईपीएल के चौथे सत्र में गंभीर ने दिल्ली डेयरडेविल्स को छोड़कर कोलकाता नाइटराइडर्स का साथ अपनाया था। केकेआर ने उन्हें 11।4 करोड़ रुपए की मोटी रकम पर ख़रीदा था। गंभीर को दिल्ली डेयरडेविल्स ने ख़राब परिणामों के कारण रिलीज़ किया था। इसके बाद उन्हें केकेआर ने ख़रीदा था। 35 वर्षीय बल्लेबाज तक अपने चरम पर थे जब वो दिल्ली डेयरडेविल्स का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। उन्होंने पहले तीन सत्रों में 1,097 रन बनाए थे और दोबारा लय हासिल करने की जुगत में नजर आ रहे थे। मगर केकेआर में आने के बाद बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 2,632 रन बनाए। पिछले आईपीएल में उन्होंने 501 रन बनाए थे। यह देखना होगा कि दिल्ली डेयरडेविल्स प्रबंधन कैसे पूर्व ओपनर के बयान को लेता है और क्या अगले वर्ष नीलामी में वह केकेआर के सबसे सफलतम कप्तान को अपनी टीम में शामिल करेंगे।