भारतीय ओपनर लोकेश राहुल फ़िलहाल कंधे की चोट से उबरने में जुटे हैं और उन्होंने तीन महीने में उच्च स्तरीय फिटनेस हासिल करने का लक्ष्य बनाया है। राहुल ने कहा कि वह जल्द ही फिट और स्वस्थ होकर राष्ट्रीय टीम में वापसी करेंगे। इंग्लैंड में 1 जून से शुरू होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हुए राहुल ने स्वीकार किया कि जल्दी-जल्दी चोटिल होने से वो काफी निराश हैं और साथ ही कहा कि वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर से गायब होने वाले खिलाड़ियों की सूची में शामिल नहीं होंगे। राहुल ने कहा, 'लक्ष्य तीन महीने का है, लेकिन आप कभी नहीं जान सकते कि क्या होगा। पिछले 12 महीनों में मैंने प्रदर्शन करके सफलता हासिल की तो चोट ने मुझे नीचे गिरा दिया। यहां हर बार उतार-चढ़ाव देखने को मिले। मगर हर बार राष्ट्रीय टीम में वापसी करता हूं तो मेरी रन बनाने की भूख दोगुनी हो जाती है। शायद यह भूख इन ब्रेक्स के कारण बढ़ती हो।' यह भी पढ़ें : लोकेश राहुल कंधे में चोट की वजह से आईपीएल 2017 से बाहर हुए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शानदार शुरुआत के बाद राहुल का करियर चोटों से जूझता रहा। 25 वर्षीय बल्लेबाज को फिटनेस की वजह से कई मैचों में बाहर बैठना पड़ा। 2016 में भारतीय टीम के व्यस्त घरेलू कार्यक्रम की शुरुआत के दौरान राहुल का ग्राफ बिगड़ गया, जब न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर टेस्ट में उन्हें हैमस्ट्रिंग में चोट लगी। इसकी वजह से उन्हें शेष टेस्ट सीरीज और वन-डे सीरीज से बाहर होना पड़ा। इंग्लैंड के खिलाफ कर्नाटक के बल्लेबाज को फॉरआर्म में चोट के कारण बाहर बैठना पड़ा। फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने कंधे में दर्द के साथ ही टेस्ट सीरीज खेली, जिसमें छह अर्धशतकीय पारियां शामिल रही। भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2-1 से अपने नाम की। कंधे की चोट की वजह से राहुल को आईपीएल से बाहर होना पड़ा और अब वो आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी भी घर बैठकर ही देखेंगे। लोकेश राहुल ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर बनने में धीमी प्रगति की, लेकिन अब वो विराट कोहली की टीम के नियमित सदस्य बन चुके हैं। वह क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में सबसे जल्दी शतक बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं। उन्होंने सिर्फ 20 पारियों में तीनों प्रारूपों में शतक ठोंके हैं। 2016 आईपीएल राहुल के लिए ऐतिहासिक रहा जहां उन्होंने अपनी ख्याति बनाई। राहुल का मानना है कि एबी डीविलियर्स और विराट कोहली ने उन्हें आगे बढ़ने में काफी मदद की और इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। राहुल का मानना है कि एक बल्लेबाज के रूप में उन्होंने काफी सुधार किया है और वो जल्द ही फिटनेस हासिल करके दोबारा अपनी उपयोगिता साबित करेंगे। भारत को इस वर्ष वेस्टइंडीज, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका का दौरा करना है, इसे देखते हुए राहुल दमदार वापसी करके अपने शानदार प्रदर्शन को आगे बढ़ाना चाहेंगे।