विश्व क्रिकेट में इस हफ्ते 8 खिलाड़ियों ने अपना डेब्यू मैच खेला। जिसमें ज़िम्बाब्वे, श्रीलंका और वेस्टइंडीज के बीच जारी त्रिकोणीय सीरीज में 5 खिलाड़ियों ने अपना डेब्यू किया। ये सीरिज ज़िम्बाब्वे में खेली जा रही है। डैरेन ब्रावो को टीम से इसलिए जगह गवानी पड़ी क्योंकि उन्होंने सी ग्रेड कॉन्ट्रैक्ट मिलने की नाराजगी डेव कैमरून के खिलाफ ट्वीट करके जताई थी। इसलिए उन्हें इस दौरे से टीम से बाहर कर दिया गया। वहीं श्रीलंकाई टीम को पूर्व दिग्गजों संगकारा और जयवर्धने के विकल्प की तलाश है। भारत, पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड की तरफ से भी टेस्ट में खिलाड़ियों ने डेब्यू किया है। आइये डालते हैं एक नजर:
कार्ल मुम्बा
21 वर्षीय ज़िम्बाब्वे के तेज गेंदबाज़ मुम्बा ने श्रीलंका के खिलाफ वनडे में डेब्यू किया है। घरेलू स्तर पर मुम्बा मिड वेस्ट राइनोस की तरफ काफी प्रभावशाली गेंदबाज़ रहे हैं। उन्होंने 16 प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 59 विकेट चटकाए हैं। टेंडाई छतारा के पैर में चोट लगी जिनकी जगह पर मुम्बा और तिनाशे पन्यांगारा के साथ टीम में शामिल किये गये। मुम्बा 89 रन पर 6 विकेट लेकर लाइमलाइट में आये थे और पाकिस्तान ए के खिलाफ वह ज़िम्बाब्वे ए की तरफ अच्छा खेले थे। जहां के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें श्रीलंका के खिलाफ टीम में शामिल किया गया। हालांकि उन्होंने अपने डेब्यू मैच में 4 ओवर में 31 रन दिए थे। एसेला गुनारत्ने 30 वर्षीय श्रीलंकाई आलराउंडर एसेला गुनारत्ने ने ज़िम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट सीरिज में शतक बनाया था। निचले क्रम के इस बल्लेबाज़ को एंजेलो मैथ्यूज की जगह टीम में शामिल किया गया है। गुनारत्ने के प्रदर्शन के आधार पर उनमें गजब का टेम्परामेंट देखने को मिला। उन्होंने ज़िम्बाब्वे के खिलाफ शतक बनाकर खुद की काबिलियत साबित की। वनडे में अपने डेब्यू में गुनारत्ने ने 3 विकेट लिए हैं। 6.3 ओवर में उन्होंने 21 रन देकर 3 विकेट लिए थे। इस मैच में उनकी बल्लेबाज़ी की बारी नहीं आई थी। एश्ले नर्स नर्स वेस्टइंडीज की टीम में शामिल किये गये हैं उन्होंने अपना डेब्यू श्रीलंका के खिलाफ किया हालांकि इस 27 साल के ऑफ़ स्पिनर ने 4 टी-20 मैच खेले हैं। जहां उन्हें कोई विकेट नहीं मिला है। लेकिन अपने पहले वनडे में उन्हें 3/46 विकेट मिले हैं। 34 प्रथमश्रेणी मैचों में नर्स के नाम 123 विकेट दर्ज है। सुनील नरेन की गैरमौजूदगी में विंडीज को एक बेहतरीन स्पिनर की जरूरत थी। जिसके लिए नर्स सही फिट बैठ सकते हैं। शाई होप 23 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज़ शाई होप ने अपना टेस्ट डेब्यू 2015 में किया था। साल 2014-15 के घरेलू सत्र में होप ने 9 मैचों में 628 रन बनाये थे। होप ने 7 टेस्ट मैच खेले लेकिन उनका प्रदर्शन कोई ख़ास नहीं रहा। लेकिन रामदीन के साथ हुए विवाद के बाद डब्लूआईसीबी को वनडे में होप को टीम में शामिल करना पड़ा। वनडे में श्रीलंका के खिलाफ जारी त्रिकोणीय सीरिज में होप को दूसरे वनडे में खेलने का मौका मिला। जहां होप ने 81 गेंदों में 47 रन बनाये। कार्टर के साथ मिलकर उन्होंने टीम को अच्छे स्कोर तक पहुँचाने में मदद की। रोवमन पॉवेल ब्रावो और सैमुएल्स की गैरमौजूदगी में 23 वर्षीय मध्यक्रम के बल्लेबाज़ पॉवेल को विंडीज की वनडे टीम में शामिल किया गया। 12 प्रथम श्रेणी मैचों में 108 के करीब स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी करने वाले पॉवेल से चयनकर्ता प्रभावित काफी प्रभावित हैं। इसलिए उन्हें टीम में शामिल किया। जहां उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू करते हुए 29 गेंदों में 44 रन की पारी खेलकर खुद को साबित भी किया। इसके अलावा पॉवेल मध्यम गति के गेंदबाज़ भी हैं। उन्हें जमैका में बतौर आलराउंडर अच्छा खिलाड़ी माना जाता है। जीत रावल भारतीय मूल के जीत रावल ने न्यूज़ीलैंड की तरफ पाकिस्तान के खिलाफ अपना डेब्यू किया। गुजरात के अहमदाबाद में पैदा हुए रावल ने गुजरात की तरफ से जूनियर स्तर पर क्रिकेट खेला है। वह और पार्थिव पटेल एक ही स्कूल में साथ पढ़े हैं। पार्थिव पटेल ने उनके डेब्यू पर उन्हें बधाई भी दी। रावल इससे पहले ज़िम्बाब्वे और दक्षिण अफ़्रीकी दौरे पर चुने गये थे। लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला था। उसके बाद उन्हें भारतीय दौरे पर टीम में शामिल नहीं किया गया। लेकिन गुप्टिल की खराब फॉर्म की वजह से उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ खेलने का मौका मिला। जहां उन्होंने 121 गेंदों में बेहतरीन 55 न की पारी खेली। 22 वर्षीय इस बल्लेबाज़ की खासियत मजबूत तकनीक और टेम्परामेंट है। कोलिन डे ग्रैंडहोम ज़िम्बाब्वे मूल के कीवी आलराउंडर कोलिन डे ग्रैंडहोम ने घरेलू क्रिकेट में काफी सफल खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने ज़िम्बाब्वे के खिलाफ अपना टी-20 डेब्यू किया था। जहां वह प्रभावित करने में असफल रहे। कीवी चयनकर्ताओं ने सबको हैरान करते हुए कोलिन को नीषम और हेनरी की जगह टीम में शामिल किया। जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए सभी को प्रभावित किया। ग्रैंडहोम ने अपने डेब्यू मैच में 41 रन देकर 6 विकेट लिये। जिससे पाकिस्तानी टीम 133 रन पर आलआउट हो गयी। उसके बाद बल्लेबाज़ी में भी उन्होंने 29 महत्वपूर्ण रन बनाये थे। जिसकी बदौलत कीवी टीम 8 विकेट से मैच जीतने में सफल रही। जयंत यादव भारतीय ऑफ़ब्रेक गेंदबाज़ दुनिया में काफी लोकप्रिय रहे हैं। इसका उदहारण मौजूदा समय में आर आश्विन हैं। हरियाणा के स्पिन-आलराउंडर जयंत यादव को रणजी के बेहतरीन प्रदर्शन का इनाम मिला है। जयंत प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दोहरा शतक भी बना चुके हैं। घरेलू स्तर पर वह चौथे नम्बर पर बल्लेबाजी करते हैं। जारी इंग्लैंड के साथ टेस्ट मैच में जयंत यादव ने अपना डेब्यू किया है। जहां उन्होंने 84 गेंदों में 35 रन बनाये और पहली पारी में एक विकेट भी हासिल किया। उनके पहले शिकार मोइन अली बने जिन्हे उन्होंने एलबीडब्लू आउट किया। जयंत की उम्र 26 वर्ष है उनमें भारतीय क्रिकेट का भविष्य देखा जा सकता है।