क्रिकेट में लेग कटर, ऑफ़ कटर, दूसरा, गूगली और सईद अजमल ने तो तीसरा गेंद का भी इजाद किया था। इन सबके बाद एक गेंद और आई जिसका आविष्कार तेज गेंदबाजों ने किया, इसे नकल बॉल नाम दिया गया। अंगूठे और दो उंगलियों से धकेल कर फेंकी जाने वाली इस गेंद का इस्तेमाल आईपीएल में बहुत किया जा रहा है और यही कारण है कि सबसे अधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ियों की सूची में टॉप 5 स्थानों पर तेज गेंदबाजों ने दबदबा कायम किया है।
2011 के विश्वकप में पूर्व भारतीय गेंदबाज जहीर खान ने नक़ल बॉल का काफी इस्तेमाल किया था और कई बल्लेबाजों को परेशान किया था। इस गेंद से दाएं हाथ के बल्लेबाजों से अधिक बाएं हाथ के बल्लेबाजों को ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। आईपीएल 2018 में एंड्रू टाई ने इसका बखूबी प्रयोग करते हुए 14 मैचों में 24 विकेट चटकाए हैं, इस दौरान उन्होंने 3 बार 4 विकेट हासिल किये हैं। टाई ने कई बार अपने स्पैल की पहली गेंद ही नकल बॉल डाली है। पावरप्ले के दौरान नई गेंद के साथ उन्होंने लगभग 34 फीसदी गेंद यही डाली है।
भारतीय गेंदबाजों की बात की जाए, तो हार्दिक पांड्या, भुवनेश्वर कुमार, संदीप शर्मा, सिद्धार्थ कौल, शार्दुल ठाकुर ने नक़ल बॉल से विपक्षी खिलाड़ियों को ख़ासा परेशान किया है। हार्दिक पांड्या ने इस गेंद के सहारे 13 मैचों में 18 विकेट हासिल करते हुए टॉप 5 की लिस्ट में चौथा स्थान बनाया है। नए गेंदबाजों की बात करें तो शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद सिराज ने भी अलग-अलग मौकों पर नकल बॉल का इस्तेमाल किया है।
नकल बॉल डालते समय गेंद को छुपाने की जरुरत भी नहीं होती। गेंदबाज दो उंगलियों और नीचे अंगूठे से गेंद को पकड़ता है और अंतिम समय में उंगलियों के सहारे गेंद को छोड़ता है जिससे गेंद बेहद धीमी गति से बल्लेबाज तक पहुंचती है और यह मालूम चलना भी मुश्किल हो जाता है कि यह नकल बॉल है।
मौजूदा आईपीएल में स्पिनरों से ज्यादा विकेट तेज गेंदबाजों को मिलने का सबसे बड़ा कारण यही है। अगर नक़ल बॉल को तेज गेंदबाजों का मुख्य हथियार कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। इस गेंद के लिए पिच मददगार हो या नहीं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। आने वाले समय में टी20 क्रिकेट के लिए यह गेंद काफी कारगर साबित होने की उम्मीद है। बल्लेबाज इस गेंद को मारने के लिए हमेशा संघर्ष करते हुए नजर आए हैं।