SAvIND: सीरीज़ गंवाने के बाद अब जोहांसबर्ग में कोहली एंड कंपनी पर है व्हाइटवॉश का ख़तरा

भारत और दक्षिण अफ़्रीका के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज़ का तीसरा और आख़िरी टेस्ट आज से जोहांसबर्ग में दोपहर 1.30 बजे से शुरू होने जा रहा है। दक्षिण अफ़्रीका दौरे पर गई टीम इंडिया को सेंचुरियन टेस्ट में 135 रनों से हार झेलनी पड़ी जिसके बाद कोहली एंड कंपनी 3 मैचों की सीरीज़ 0-2 से हार गई। इससे पहले केपटाउन में खेले पहले टेस्ट में भी भारत को 72 रनों से हार मिली थी। लगातार दो हारों के बाद सीरीज़ हार चुकी टीम इंडिया के सामने अब व्हाइटवॉश बचाने की चुनौती होगी। भारत के मौजूदा फ़ॉर्म को देखते हुए ये आसान नहीं दिख रहा, लेकिन जोहांसबर्ग में अब तक टीम इंडिया का अनबिटेन रिकॉर्ड उन्हें एक दिलासा ज़रूर दे रहा है।

कोहली की कप्तानी में पहली सीरीज़ हार के बाद अब पहला व्हाइटवॉश का डर

विराट कोहली की कप्तानी में पहली टेस्ट हार और लगातार 9 टेस्ट सीरीज़ जीतने के बाद मिली हार के बाद अब भारत को व्हाइटवॉश का ख़तरा सता रहा है। जोहांसबर्ग में खेले जाने वाले इस टेस्ट मैच में अगर टीम इंडिया मुक़ाबला हार जाती है तो कोहली की कप्तानी में ये पहला व्हाइटवॉश होगा। इतना ही नहीं प्रोटियाज़ सरज़मीं पर आज तक भारत ने कभी व्हाइटवॉश नहीं झेला है, यानी एक अनचाहा रिकॉर्ड भी कोहली की इस नंबर-1 टीम के नाम हो सकता है। किसी ने उम्मीद भी नहीं की होगी कि दो टेस्ट मैचों के बाद टेस्ट की बेस्ट टीम पर इस तरह व्हाइटवॉश का ख़तरा मंडराने लगेगा। 90 के दशक में अपेक्षाकृत कमज़ोर भारतीय टीम को भी कभी व्हाइटवॉश नहीं झेलना पड़ा था, ऐसे में अगर टेस्ट में नंबर-1 रैंकिंग टीम का सूपड़ा साफ़ होता है तो ये शर्मनाक होगा।

भारत के लिए जोहांसबर्ग रहा है बेहद शानदार

हालांकि भारत के पक्ष में अगर कुछ जा रहा है तो वह है इस मैदान का आंकड़ा, जो अब तक इस सीरीज़ में निराशाजनक प्रदर्शन करने वाली टीम इंडिया और खिलाड़ियों को मैच से पहले ही एक हौसला दे रहा है। टीम इंडिया ने इस मैदान पर अब तक 4 टेस्ट खेले हैं जिनमें 1 में जीत मिली है और 3 ड्रॉ रहे हैं, यानी इस मैदान पर भारत कभी हारा नहीं है। कोहली की सेना चाहेगी कि इस आंकड़े आज से शुरू होने वाले इस टेस्ट में भी बरक़रार रखा जाए।

क्या 57 सालों में पहली बार खेलेंगे 3 मैचों में 3 अलग-अलग विकेटकीपर ?

ऋद्धिमान साहा को चोट लगने के बाद भारत के लिए विकेटकीपिंग की समस्या काफ़ी परेशान कर रही है, दूसरे टेस्ट में उनकी जगह पार्थिव पटेल को मौक़ा दिया गया था। लेकिन उन्होंने निराश किया, अब साहा की जगह दिनेश कार्तिक को शामिल किया गया है और पूरी उम्मीद है कि जोहांसबर्ग में पटेल की जगह कार्तिक प्लेइंग-XI में होंगे। ऐसा होता है तो भारतीय क्रिकेट इतिहास में ये पिछले 57 सालों में पहली बार होगा कि एक सीरीज़ के लगातार तीन मैचों में तीन अलग अलग विकेटकीपर ने खेला हो।

पिच का पेंच और मौसम का मिज़ाज

जोहांसबर्ग की पिच सेंचुरियन से अलग मानी जा रही है लेकिन केपटाउन की ही तरह तेज़ गेंदबाज़ों के लिए शानदार बताई जा रही है। पिच और आउटफ़िल्ड में ज़्यादा फ़र्क़ नहीं दिखाई दे रहा, यानी पिच पर अच्छी और हरी घास मौजूद है। पिच क्यूरेटर की मानें तो इसे काटने का भी उनका कोई इरादा नहीं है। साथ ही साथ टेस्ट मैच के दौरान बारिश की संभावनाओं से भी इंकार नहीं किया जा सकता, यानी माहौल पूरी तरह से तेज़ गेंदबाज़ों के मूफ़ीद होगा। उम्मीद है कि टॉस जीतने वाले कप्तान इस पिच पर पहले गेंदबाज़ी करना पसंद करेंगे। आपको याद दिला दें कि अब तक इस सीरीज़ के दोनों ही टेस्ट मैचों में दक्षिण अफ़्रीका ने टॉस जीता है और पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला किया है, लेकिन जोहांसबर्ग में टॉस जीतने वाला कप्तान पहले गेंदबाज़ी का फ़ैसला कर सकता है।

एक नज़र दोनों ही टीमों की प्लेइंग-XI पर

केपटाउन और सेंचुरियन में हार झेलने वाली टीम इंडिया को अगर किसी चीज़ के लिए सबसे ज़्यादा आलोचना झेलनी पड़ी है, तो वह है प्लेइंग-XI। विराट कोहली ने पहले दो टेस्ट में जहां अजिंक्य रहाणे को बाहर रखा तो दूसरे टेस्ट में भुवनेश्वर कुमार की जगह इशांत शर्मा को टीम में शामिल कर सभी को चौंका दिया। जोहांसबर्ग में एक बात जो साफ़ दिख रही है वह ये है कि रहाणे और भुवी दोनों ही वापसी कर सकते हैं। अजिंक्य रहाणे के आने का मतलब है कि रोहित शर्मा, हार्दिक पांड्या और आर अश्विन में से किसी एक को बाहर बैठना पड़ेगा। तो भुवी के लिए जसप्रीत बुमराह को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है, साथ ही साथ ऐसा माना जा रहा है कि पार्थिव पटेल की जगह दिनेश कार्तिक इस मैच में विकेटकीपर की भूमिका निभाएंगे। बात अगर मेज़बानों की करें तो पिच को देखते हुए फ़ाफ डू प्लेसी ने इस बात के संकेत दिए हैं कि स्पिनर केशव महाराज की जगह इस मैच में ऑलराउंडर एंडिल फ़ेलुकवायो को मौक़ा मिल सकता है। लेकिन चोट की वजह से सलामी बल्लेबाज़ एडेन मार्करम के खेलने पर सस्पेंस बना हुआ है, मैच की सुबह ही इस बात का फ़ैसला लिया जाएगा कि मार्करम खेल पाएंगे या नहीं। अगर मार्करम नहीं खेल पाए तो उनकी जगह थेनिस डे ब्रुइन अंतिम-11 में नज़र आएंगे। भारत संभावित-XI: मुरली विजय, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा दक्षिण अफ़्रीका संभावित-XI: डीन एल्गर, एडेन मार्करम/ थेनिस डे ब्रुइन, हाशिम अमला, एबी डीविलियर्स, फ़ाफ डू प्लेसी, क्विंटन डी कॉक, एंडिल फ़ेलुकवायो, वर्नन फ़िलेंडर, कगिसो रबाडा, मोर्ने मोर्केल और लुंगी एनगीडी