मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कुलदीप ने कहा, "ग्रुप लीग के अंतिम मैच में जिसमें आपको जीत की जरूरत हो काफी दबाव होता है। मैं पीयूष चावला की जगह टीम में आया था जोकि काफी सीनियर खिलाड़ी हैं। इसलिए मुझ पर काफी दबाव था, लेकिन पहला ओवर फेंकने के बाद दबाव चला गया था।" कुलदीप ने खतरनाक बल्लेबाज शिखर धवन का विकेट लेकर टीम को बड़ी सफलता दिलाई थी। धवन ने मैच में 51 रनों की पारी खेली थी और पारी के 12वें ओवर में धवन को अपना शिकार बनाया था। उन्होंने कहा, "मैंने उनके कुछ वीडियो देखे थे। मेरी कोशिश उन्हें चौके और छक्के ना मारने देने की थी। मैंने क्षेत्ररक्षण के अनुसार ही गेंदबाजी की और उनका विकेट हासिल किया।" कोलकाता अंतिम ओवरों में ज्यादा रन नहीं बना सकी थी। उसने अंत के पांच मैचों में 30 रन ही बनाए थे। कुलदीप ने कहा, "उन्होंने अपने अंतिम पांच ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की थी। हमारी बल्लेबाजी में कमी नहीं थी। उन्होंने अच्छी यॉर्कर डाली थीं।" --आईएएनएस