भारतीय लेफ्ट आर्म स्पिनर कुलदीप यादव ने अपने डेब्यू टेस्ट को याद करते हुए अनिल कुंबले के साथ हुई बातों का खुलासा किया। उन्होंने धर्मशाला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। कुलदीप यादव ने इस दौरान कंगारू ओपनर डेविड वॉर्नर को आउट कर अपने विकेटों का खाता खोला था।
क्रिकबज से बातचीत करते हुए अनिल कुंबले ने कहा कि उस समय अनिल कुंबले ने मुझसे कहा था कि मेनन धर्मशाला में अपना टेस्ट डेब्यू कर रहा हूँ। जब मैं धर्मशाला टेस्ट को याद करता हूँ तो भावुक हो जाता हूँ। उस समय मेरे लिए प्रदर्शन कैसे करना है, यह अहम पार्ट था। मुझे याद है जब मैच से पहले अनिल सर मेरे पास आए और कहा कि तुम कल खेलोगे और पांच विकेट लेने हैं।
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कुलदीप यादव ने इस कहानी को आगे बताया कि कुछ देर के लिए मैं रुक गया और फिर कहा कि हां सर मैं पांच विकेट लूँगा। श्रीनिवासन सर ने मुझे टेस्ट कैप और कुछ सलाह दी। मैं उस समय ब्लैंक था इसलिए याद नहीं कि उन्होंने क्या कहा था। मैं नर्वस था और दबाव महसूस कर रहा था। मुझे लगा कि यह बड़ा मंच है और मैं प्रदर्शन कैसे करूँगा।
कुलदीप यादब ने मैच को रणजी ट्रॉफी की तरह लिया इसलिए थोड़ा दबाव कम महसूस हुआ। इसके बाद पहली पारी के दूसरे सेशन में उन्होंने डेविड वॉर्नर को चलता किया। उन्होंने कहा कि मैंने 2 से 4 गेंद फ्लाइट कराने और उसके बाद फ्लिपर फेंकने का निर्णय लिया। जिससे या वे पीछे कैच होते या बोल्ड और यही रणनीति काम आई।
गौरतलब है कि कुलदीप यादव ने पहली पारी में चार विकेट झटके थे। दूसरी पारी में उन्हें कोई विकेट हासिल नहीं हुआ। भारत ने आठ विकेट से मैच जीता था।