ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी शेन वॉर्न का मानना है कि भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए कुलदीप यादव को टीम से बाहर नहीं करना चाहिए था। कुलदीप यादव को इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ लॉर्ड्स टेस्ट खेलने का मौका मिला, जहां तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिल रही थी। इसी वजह से कुलदीप अपना प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। भारत ने दूसरे टेस्ट में उमेश यादव की जगह कुलदीव को मौका दिया था। हालांकि इससे भारतीय टीम को बिल्कुल भी फायदा नहीं मिला। इसके बाद ट्रेंटब्रिज टेस्ट में कुलदीप को टीम से बाहर कर दिया गया और आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए चुनी गई टीम में भी कुलदीप को टीम में नहीं चुना गया। शेन वॉर्न ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में कहा, "कुलदीप यादव एक अच्छे गेंदबाज हैं। यह दुख की बात है कि उन्हें भारत वापस भेज दिया गया है। उन्हें चौथे और पांचवे टेस्ट में खिलाया जाना चाहिए था। रिस्ट स्पिनर के रहने से कप्तान को विविधता मिलती है और कुलदीप यादव को भी सफलता मिल सकती थी।" शेन वॉर्न ने इसके अलावा भारतीय टीम के मुख्य स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को भी सलाह देते हुए कहा कि उन्हें थोड़ा संयम रखना होगा। वॉर्न के मुताबिक इन हालातों में आसानी से विकेट नहीं मिलते हैं। गौरे करने वाली बात यह है कि कुलदीप यादव ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था, जिसके आधार पर टेस्ट टीम में उनका चयन किया गया। हालांकि कुलदीप यादव के पास अभी उम्र है और वो इस अनुभव से काफी कुछ सीखेंगे और निश्चित ही वो जल्द ही टीम में वापसी करना चाहेंगे। इंग्लैंड की टीम इस समय 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से आगे हैं, लेकिन चौथे टेस्ट में मेजबान टीम इस समय ज्यादा अच्छी स्थिति में नहीं है। पहले दिन भारतीय गेंदबाजों के सामने इंग्लैंड की पूरी टीम सिर्फ 246 रन बनाकर सिमट गई।