श्रीलंका में होने वाला लंकन प्रीमियर लीग टूर्नामेंट आगे खिसका दिया गया है। इससे पहले भी एक टूर्नामेंट के साथ ऐसा हुआ था और उसे बंद कर दिया गया था। टूर्नामेंट के डायरेक्टर रसेल अर्नौल्ड ने एक ट्वीट करते हुए इस बात की सूचना दी है। श्रीलंका बोर्ड ने इसकी आधिकारिक घोषणा फिलहाल नहीं की है। श्रीलंका क्रिकेट के पूर्व मुखिया थिलंगा सुमथिपाला ने लंकन प्रीमियर लीग आयोजित कराने के बारे में सोचा था। इसके लिए उन्हें बीसीसीआई से भी समर्थन मिला था। भारतीय बोर्ड अपने खिलाड़ियों को दूसरे देशों के टूर्नामेंटों में जाकर खेलने की अनुमति नहीं देता है। हालाँकि बीसीसीआई की तरफ से कुछ खिलाड़ियों को लंकन प्रीमियर लीग में खेलने की छूट दी जाने की बात सामने आई थी। इसमें युवराज सिंह, हरभजन सिंह और युसूफ पठान जैसे नाम शामिल हैं। उनके खेलने से इस टूर्नामेंट की भी कमर्शियल वैल्यू बढ़ जाती लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं होगा। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने इसके आयोजन में धन के लिए भी कोशिशें तेज करते हुए ब्रांड अधिकार बेचने का फैसला कर आने वाले समय में लाभ कमाने का लक्ष्य निर्धारित किया था। इसके लिए अगले दस सालों के लिए उन्हें समय का एक स्लॉट भी मिला था। क्रिकबज से बात करते हुए श्रीलंका क्रिकेट के एक सूत्र ने कहा कि हम भी लाभ कमाना चाहेंगे लेकिन यह शुरूआती कुछ सालों में नहीं होगा। एक बार किसी प्रोडक्ट को बनाने के बाद ही ऐसा करना संभव हो सकता है। इसके अलावा लंकन क्रिकेट के आने से घरेलू क्रिकेट के टूर्नामेंटों में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ने की संभावना रहती। गौरतलब है कि विश्व क्रिकेट में अभी टी20 का बोलबाला अधिक देखने को मिल रहा है। भारत के अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश, वेस्टइंडीज, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में टी20 टूर्नामेंट के लिए अलग ही स्लॉट रहता है। ऐसे में श्रीलंका क्रिकेट के लिए भी अपनी घरेलू टी20 सीरीज शुरू करना एक शानदार चीज हो सकती थी।