गैरपरम्परागत एक्शन, अफ़्रीकी हेयरस्टाइल, चहकता चेहरा ये लासिथ मलिंगा का छोटा सा परिचय है। मैदान पर मलिंगा का स्वभाव बेहद ही शांत है, जो एक तेज गेंदबाज़ की शारीरिक भाषा से जुदा है। मलिंगा अपनी गेंदबाज़ी को हमेशा एन्जॉय करते हैं। लम्बे समय तक मलिंगा श्रीलंकाई टीम के फोर पिलर जयवर्धने, संगकारा और मुरलीधरन के अहम सदस्य रहे।
मलिंगा श्रीलंकाई टीम के X-फैक्टर रहे हैं। उनके जैसा टैलेंट एक पीढ़ी में एक बार ही मिलता है। मलिंगा ने टेस्ट से संन्यास इसलिए लिया कि वह छोटे प्रारूप में लम्बे समय तक खेल सकें। मलिंगा को क्रिकेट दीवाने पैर तोड़ू यॉर्कर गेंदें फेंकने वाला गेंदबाज़ मानते हैं। हाल ही में मलिंगा ने बांग्लादेश के खिलाफ एक हैट्रिक ली है। इसके साथ अबतक उनके नाम चार हैट्रिक दर्ज हो गये हैं:
श्रीलंका बनाम बांग्लादेश टी-20, कोलंबो 2017
दूसरे टी-20 मुकाबले में मलिंगा ने श्रीलंका को मैच जीतने का बढ़िया मौका दिया था। बांग्लादेश का स्कोर 5 विकेट पर 169 था, तब 19वां ओवर फेंकने आये मलिंगा ने मुशफिकुर रहीम, मशरफे मुर्तजा और मेहदी हसन को तीन गेंदों में आउट कर दिया। जिसमें पहले दो खिलाड़ी बोल्ड और एक एलबीडब्लू आउट हुआ।
बांग्लादेश ने किसी तरह से 176 रन बनाये। लेकिन श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने मलिंगा की मेहनत पर पानी फेर दिया और पूरी टीम 131 रन पर ऑलआउट हो गयी। जिसकी वजह श्रीलंका 45 रन से मुकाबला हार गयी। हालाँकि मलिंगा को प्लेयर ऑफ़ द सीरिज का अवार्ड मिला।
श्रीलंका बनाम ऑस्ट्रेलिया वनडे, कोलंबो 2011
कोलम्बो के प्रेमदासा स्टेडियम में मलिंगा ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया। मलिंगा ने खूबसूरत हैट्रिक लगाई।
ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 45वें ओवर में 211/6 था। हालांकि मलिंगा ने मिचेल जॉनसन, जॉन हेस्टिंग्स और जेवियर डोहर्टी को आउट किया उसके बाद 47वें ओवर की पहली गेंद पर ब्रेड हैडिन आउट हो गये और ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 211 रन पर ऑलआउट हो गयी। श्रीलंका ने ये मैच 18 गेंद शेष रहते ही जीत लिया था। जबकि मलिंगा को 35/3 के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच का ख़िताब मिला था।
श्रीलंका बनाम केन्या वनडे, कोलंबो 2011
आईसीसी वर्ल्डकप में केन्या की टीम को इसका अंदाजा लग गया होगा कि मलिंगा को झेलना कितना कठिन काम है। केन्या का स्कोर 137/6 था। जिसके बाद मलिंगा ने ओंगोंडो, नोचे और ओटिनो का स्टंप उखाड़ दिया। मलिंगा को खेलना केन्याई टीम के निचले क्रम के खिलाड़ियों के लिए काफी कठिन रहा।
केन्या की पूरी टीम 142 रन बनाकर ऑलआउट हो गयी थी। जिसे श्रीलंका ने 188 गेंद शेष रहते ही हासिल कर लिया। साल 2011 मलिंगा के लिए शानदार साल रहा था।
श्रीलंका बनाम दक्षिण अफ्रीका वनडे, गयाना 2007
विश्वकप 2007 का ये मुकाबला मलिंगा के लिए हमेशा यादगार रहेगा। उन्होंने अपनी गेंदबाज़ी से इतिहास रचा, वह ऐसे पहले गेंदबाज़ बने जिसने 4 गेंदों में 4 विकेट अपने नाम किये। मलिंगा ने ये साबित किया कि अच्छे गेंदबाज़ मैच को कैसे पलट सकते हैं। दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 206/5 था उसे जीत के लिए मात्र 5 रन चाहिए थे। जिसके बाद वह सुपर-8 में पहुँच जाते।
लेकिन मलिंगा ने मैच का पासा ही पलट दिया, शान पोलक, एंड्रू हॉल 45वें ओवर की आखिरी 2 गेंदों में आउट हो गये। उसके बाद 47वें ओवर में कैलिस को आउट करके मलिंगा ने अपनी हैट्रिक पूरी की।
उसके बाद अगली गेंद पर मखाया नतिनी को आउट करके स्कोर को मलिंगा 47वें ओवर में 207/9 रन हो गया। हालाँकि रोबिन पीटरसन और चार्ल्स लैंगवेल्ट ने अंतत: दक्षिण अफ्रीका को एक विकेट से जीत दिला दिया।
लेकिन मलिंगा ने ये दिखा दिया कि वह मैच को आखिर पल में भी पलटने का माद्दा रखते हैं।