भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टीम की गेंदबाजी का प्रतिनिधित्व करने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उनके मुताबिक ब्रिस्बेन टेस्ट मैच में भारतीय टीम की तेज गेंदबाजी की अगुवाई करना काफी चुनौतीपूर्ण काम था।
दरअसल सिडनी टेस्ट मैच के दौरान दिग्गज तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन चोटिल हो गए थे और इसी वजह से उन्हें चौथे टेस्ट मैच से बाहर होना पड़ा था। उसके बाद मोहम्मद सिराज ही टीम में सबसे सीनियर गेंदबाज बचे थे। उनके साथ वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर और टी नटराजन जैसे गेंदबाज और टीम में थे।
ये भी पढ़ें: डेविड मिलर ने राजस्थान रॉयल्स टीम में संजू सैमसन की कप्तानी में खेलने को लेकर दी प्रतिक्रिया
स्पोर्ट्स तक पर खास बातचीत के दौरान मोहम्मद सिराज ने गाबा टेस्ट मैच को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा "भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई करना मेरे लिए काफी चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि ये मेरी पहली टेस्ट सीरीज थी। मेरा प्लान यही था कि विकेट लेने के पीछे नहीं भागना है, बल्कि धैर्य रखते हुए बल्लेबाजों पर दबाव बनाना है। इसी वजह से मैंने ज्यादा से ज्यादा डॉट बॉल डालने पर ध्यान दिया।"
मोहम्मद सिराज ने गेंदबाजी कोच भरत अरुण की तारीफ की
मोहम्मद सिराज ने आगे कहा "मैं अच्छे एरिया में गेंदबाजी करना चाह रहा था और इससे बल्लेबाजों पर दबाव बना। जब दबाव आता है तो फिर बल्लेबाज गलती जरुरत करते हैं।"
मोहम्मद सिराज ने भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण की भी काफी तारीफ की और कहा कि उन्होंने मेरा काफी हौंसला बढाया। सिराज के मुताबिक "पहली पारी के बाद मैं काफी अपसेट था। क्योंकि मैं केवल एक ही विकेट ले सका था और इसी वजह से निराश था। लेकिन भरत अरुण सर ने कहा कि तुमने काफी अच्छी गेंदबाजी की है। उन्होंने मुझसे कहा कि विकेटों के लिहाज से अपनी गेंदबाजी को जज नहीं करो। उन्होंने कहा कि आज नहीं तो कल तुम्हें विकेट जरुर मिलेंगे और दूसरी पारी में मैंने पांच विकेट चटका दिए।"
ये भी पढ़ें: गौतम गंभीर के मुताबिक संजू सैमसन को राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी अभी नहीं मिलनी चाहिए थी