ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच डैरेन लेहमन ऑस्ट्रेलियाई टीम की एकदिवसीय और टी20 टीम की कोचिंग छोड़ सकते हैं। लेहमन अब सिर्फ टेस्ट क्रिकेट की कोचिंग पर अपना ध्यान लगाना चाहते हैं। इन दिनों ऑस्ट्रेलियाई टीम काफी सारा क्रिकेट खेल रही है और इससे लेहमन काफी परेशान हैं। उनका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता है और उनके ऊपर काफी सारा काम का बोझ आ जाता है। इसीलिए वनडे और टी20 की कोचिंग छोड़कर वो सिर्फ टेस्ट क्रिकेट पर फोकस करना चाहते हैं। हाल के सालों में ऑस्ट्रेलिया के कई सीमित ओवरों के दौरों पर लेहमन टीम के साथ नहीं थे। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने जब भारत का दौरा किया था तब भी वो टीम के साथ नहीं थे। वो इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले महत्वपूर्ण एशेज सीरीज की तैयारी के लिए वापस ऑस्ट्रेलिया लौट गए थे और अब उनका मानना है कि टेस्ट के लिए अलग और एकदिवसीय और टी20 के लिए अलग कोच होना चाहिए। क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से बातचीत में लेहमैन ने कहा कि मैं इस परंपरा को तोड़ना चाहूंगा। मुझे पता है कि इंग्लैंड के पूर्व कोच एंडी फ्लावर को ये पसंद नहीं है लेकिन जिस तरह से आज की क्रिकेट हो रही है उसे देखते हुए यही ठीक रहेगा। गौरतलब है एंडी फ्लावर की कोचिंग में इंग्लैंड ने अपनी सीमित ओवरों के लिए अलग कोच रखा था। लेकिन बाद में ट्रेवर बेलिस को टेस्ट क्रिकेट की कोचिंग की भी जिम्मेदारी संभालनी पड़ी। वहीं लेहमन का मानना है कि टेस्ट और सीमित ओवरों के लिए अलग-अलग कोच होना चाहिए। लेहमैन अगर ऑस्ट्रेलिया की सीमित ओवरों की टीम की कोचिंग छोड़ते हैं तो फिर रिकी पोटिंग और जेसन गेलेस्पी जैसे अपने जमाने के दिग्गज खिलाड़ियों को ये जिम्मेदारी दी जा सकती है। हाल के दिनों में ऑस्ट्रेलियाई टीम का सीमित ओवरों के खेल में प्रदर्शन भी अच्छा नहीं रहा। चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर होने के अलावा कंगारु टीम भारत से एकदिवसीय श्रृंखला 4-1 से हार गई और टी20 श्रृंखला 1-1 से बराबर रही।