भारतीय टीम ने 1932 में अपना पहला टेस्ट मुकाबला खेला था, लेकिन टीम को पहली जीत के लिए 20 साल का इंतजार करना पड़ा था। 1952 में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को हराकर पहली टेस्ट जीत दर्ज की थी। भारत ने कई सालों तक टेस्ट क्रिकेट में संघर्ष करने के बाद सौरव गांगुली की कप्तानी में टीम ने लड़ने का जज्बा दिखाया और 2001 में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर ऐतिहासिक सीरीज दर्ज की थी।
इसके बाद राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में जाकर टेस्ट सीरीज जीती। इसके अलावा महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की कप्तानी में टीम ने न सिर्फ ऐतिहासिक जीत दर्ज की, बल्कि टीम रैंकिंग में नंबर 1 पर भी रही।
भारतीय टीम के लिए टेस्ट में 35 खिलाड़ियों ने कप्तानी की है और इस आर्टिकल में उन्हीं खिलाड़ियों के ऊपर नजर डालेंगे:
1- विराट कोहली (2014-2022): 68 मैचों में 40 जीत और 17 हार, 58.82 जीत प्रतिशत
2- महेंद्र सिंह धोनी (2008-2014): 60 मैचों में 27 जीत और 18 हार, 45 जीत प्रतिशत
3- सौरव गांगुली (2000-2005): 49 मैचों में 21 जीत और 13 हार, 42.85 जीत प्रतिशत
4- मोहम्मद अजहरुद्दीन (1990-1999): 47 मैचों में 14 जीत और 14 हार, 29.78 जीत प्रतिशत
5- सुनील गावस्कर (1976-1985): 47 मैचों में 9 जीत और 8 हार, 19.14 जीत प्रतिशत
6- मंसूर अली खान पटौदी (नवाब ऑफ पटौदी, 1962-1975): 40 मैचों में 9 जीत और 19 हार, 22.50 जीत प्रतिशत
7- कपिल देव (1983-1987): 34 मैचों में 4 जीत और 7 हार, 11.76 जीत प्रतिशत
8- राहुल द्रविड़ (2003-2007): 25 मैचों में 8 जीत और 6 हार, 32 जीत प्रतिशत
9- सचिन तेंदुलकर (1996-2000): 25 मैचों में 4 जीत और 9 हार, 16 जीत प्रतिशत
10- बिशन सिंह बेदी (1976-1978): 22 मैचों में 6 जीत और 11 हार, 27.27 जीत प्रतिशत
11- अजित वाडेकर (1971-1974): 16 मैचों में 4 जीत और 4 हार, 25 जीत प्रतिशत
12- लाला अमरनाथ (1947-1952: 15 मैचों में 2 जीत और 6 हार, 13.33 जीत प्रतिशत
13- विजय हजारे (1951-1953): 14 मैचों में एक जीत और 5 हार, 7.14 जीत प्रतिशत
14- अनिल कुंबले (2007-2008): 14 मैचों में 3 जीत और 5 हार, 21.42 जीत प्रतिशत
15- नारी कॉन्ट्रैक्टर (1960-1962): 12 मैचों में 2 जीत और 2 हार, 16.66 जीत प्रतिशत
16- दिलीप वेंगसरकर (1987-1989): 10 मैचों में 2 जीत और 5 हार, 20 जीत प्रतिशत
17- पॉली उमरीगर (1955-1958): 8 मैचों में 2 जीत और 2 हार, 25 जीत प्रतिशत
18- वीनू मांकड़ (1955-1959): 6 मैचों में 0 जीत और एक हार, 0 जीत प्रतिशत
19- अजिंक्य रहाणे (2017-2018): 6 मैचों में 4 जीत, 66.6 जीत प्रतिशत
20- गुलाबराय रामचंद (1959-1960): 5 मैचों में एक जीत और 2 हार, 20 जीत प्रतिशत
21- श्रीनिवास वेंकटराघवन (1974-1979): 5 मैचों में 0 जीत और 2 हार, 0 जीत प्रतिशत
22- दत्ता गायकवाड़ (1959-1959): 4 मैचों में 4 हार, 0 जीत प्रतिशत
23- सीके नायडू (1932-1934): 4 मैचों में 0 जीत और 3 हार, 0 जीत प्रतिशत
24- वीरेंदर सहवाग (2005-2012): 4 मैचों में 2 जीत और एक हार, 50 जीत प्रतिशत
25- कृष्णमाचारी श्रीकांत (1989-1989): 4 मैचों में 4 ड्रॉ, 0 जीत प्रतिशत
26- गुलाम अहमद (1955-1959): 3 मैचों में 0 जीत और 2 हार, 0 जीत प्रतिशत
27- इफ्तिकार अली पटौदी (1946-1946): 3 मैचों में 0 जीत और एक हार, 0 जीत प्रतिशत
28- महाराजकुमार ऑफ विजियानगरम (1936-1936): 3 मैचों में 0 जीत और 2 हार, 0 जीत प्रतिशत
29- गुंडप्पा विश्वनाथ (1980-1980): 2 मैचों में 0 जीत और एक हार, 0 जीत प्रतिशत
30- रोहित शर्मा (2022*): 2 मैचों में दो जीत, 100 जीत प्रतिशत।
31- हेमू अधिकारी (1959-1959): एक मैच में कप्तानी की और वो ड्रॉ रहा, 0 जीत प्रतिशत
32- चंदू बोर्डे (1967-1967): एक मैच में एक हार, 0 जीत प्रतिशत
33- पंकज रॉय (1959-1959): एक मैच में एक हार, 0 जीत प्रतिशत
34- रवि शास्त्री (1988-1988): एक मैच में एक जीत, 100 जीत प्रतिशत
35- केएल राहुल (2022) - एक मैच में एक हार, 0 प्रतिशत
36- जसप्रीत बुमराह (2022) - एक मैच में एक हार, 0 प्रतिशत