कोलकाता में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच के दौरान युवा चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने हैट्रिक लेकर मैच का रुख भारत की तरफ मोड़ दिया। मैच में कई खिलाड़ियों ने उम्दा प्रदर्शन किया लेकिन कुलदीप यादव के हैट्रिक ने सभी को पीछे छोड़ दिया। ऑस्ट्रेलियाई पारी के 33 ओवर में कुलदीप ने मैथ्यू वेड, एस्टन एगर और पैट कमिंस का विकेट झटक कर यह कारनामा किया।
22 साल का ये स्पिन गेंदबाज एकदिवसीय मैचों में हैट्रिक लेने वाला तीसरा भारतीय गेंदबाज है और दुनिया में 43वां। इसके साथ ही कुलदीप मात्र 5वें ऐसे गेंदबाज है जिसने सभी विकेट अलग-अलग तरीके से लिए है, जिसमें बोल्ड, एलबीडबल्यू और कैच शामिल है। कुलदीप के अलावा जिन 4 अन्य गेंदबाजों ने ऐसा किया है उनमें चमिंडा वास, परवेज महरूफ, कगिसो रबाडा और जेम्स फॉकनर शामिल हैं। इसके साथ ही ईडन गार्डन कोलकाता के मैदान पर यह तीसरा हैट्रिक है।
कुलदीप को मिलाकर कुल 5 भारतीय गेंदबाजों ने अन्तर्राष्ट्रीय मैचों में यह कारनामा किया है, आज हम आपको उन्हीं के बारे में बतायेंगे
#1 चेतन शर्मा बनाम न्यूजीलैंड, 1987 विश्वकप
1986 विश्व कप के दौरान चेतन शर्मा से भारतीय क्रिकेट प्रेमी नाराज थे। इसका कारण ये था कि शारजाह में ऑस्ट्रल-एशिया कप के फाइनल मुकाबले के दौरान पाकिस्तान को भारत के खिलाफ जीत के लिए अंतिम गेंद पर 4 रन चाहिए थे।चेतन शर्मा की उस आखिरी गेंद पर जावेद मियादाद ने छक्का जड़कर पाकिस्तानी टीम को यादगार जीत दिलाई थी।
उसके बाद चेतन शर्मा ने अपने उम्दा प्रदर्शन से प्रशंसकों के दिल में फिर घर बना लिया। पहले उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ उन्हीं की सरजमीं पर 16 विकेट झटक कर भारत को सीरीज 2-0 से जीतने में मदद की और उसके बाद चेतन शर्मा ने जो किया वह इतिहास बन गया।
1987 विश्वकप के अंतिम लीग मैच में भारत का मुकाबला न्यूजीलैंड से नागपुर में था। पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड की टीम एक समय 181/5 के स्कोर पर थी। उनकी तरफ से दीपक पटेल ने 40 और जॉन राइट ने 35 रन बनाये थे। इसके अलावा केन रुदरफोर्ट और क्राउन भाईयों ने भी अपना योगदान दिया था। इसी समय चेतन शर्मा गेंदबाजी करने आये और उन्होंने रुदरफोर्ट, लेन स्मिथ और एवान चैटफील्ड को लगातार गेंदों पर आउट कर हैट्रिक विकेट लिया। उस समय हैट्रिक विकेट लेने वाले वो पहले भारतीय गेंदबाज थे और विश्व के तीसरे गेंदबाज थे।चेतन शर्मा का वह हैट्रिक विश्वकप में किसी भी गेंदबाज द्वारा लिया गया पहला हैट्रिक था।