इंग्लैड और वेल्स में आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 के मुकाबले खेले जा रहे हैं। 1975 से शुरू हुए विश्व कप के अब तक 11 टूर्नामेंट खेले जा चुके हैं और इस साल 2019 में 12वां संस्करण खेला जा रहा है। आज हम बात करेंगे विश्व कप इतिहास में टाई हुए मैचों के बारे में।
वनडे क्रिकेट इतिहास का सबसे पहला टाई मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज़ के बीच 1984 में खेला गया था, तब से अब तक 37 मुकाबले टाई रह चुके हैं। वहीं विश्व कप के 44 साल के इतिहास में अब तक केवल 4 मुकाबले टाई रहे हैं।
आइये नज़र डालते हैं विश्व कप इतिहास में अभी तक किन-किन टीमों के बीच टाई मुकाबले खेले जा चुके हैं :-
#1. ऑस्ट्रेलिया vs साउथ अफ्रीका - 1999 वर्ल्ड कप:
विश्व कप में सबसे पहला टाई मुकाबला 1999 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच हुआ था। बर्मिंघम में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टीम पहले खेलते हुए 49.2 ओवर में 213 रन ही बना पाई।
दक्षिण अफ्रीका के लिए इस मुकाबले को जीतकर फाइनल में जगह बनाने का ये अच्छा मौका था। मैच के आखिरी पलों में क्रीज पर लॉन्स क्लूजनर और एलन डोनाल्ड थे और जीत के लिए अफ्रीकी टीम को अंतिम ओवर में 9 रन चाहिए थे, जबकि 1 विकेट शेष था। क्लूजनर ने पहली 2 गेंदों पर लगातार 2 चौके लगाते हुए स्कोर बराबर कर दिया। अगली गेंद पर क्लूजनर ने कोई रन नहीं लिया। चौथी गेंद पर उन्होंने शॉट लगाकर रन लेने का प्रयास किया लेकिन दूसरे छोर पर खड़े एलन डोनाल्ड रन आउट हो गए। दक्षिण अफ्रीका की टीम 49.4 ओवर में 213 रन बनाकर ऑल आउट हो गयी।
इस मैच के टाई होने की वजह साउथ अफ्रीका की टीम पॉइंट्स टेबल में रन रेट के आधार पर ऑस्ट्रेलिया से पिछड़ने की वजह से फाइनल में जगह नहीं बना पाई थी।
स्कोर :- ऑस्ट्रेलिया- 213/10 (49.2 ओवर ) | साउथ अफ्रीका -213/10 (49.4 ओवर ) | नतीजा-टाई
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#2. दक्षिण अफ्रीका vs श्रीलंका- वर्ल्ड कप 2003:
विश्व कप इतिहास का दूसरा टाई मैच 2003 में दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के बीच हुआ था। इस मुकाबले में श्रीलंका ने पहले खेलते हुए 50 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 268 रन बनाए।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका ने 45 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 229 रन बना लिए थे। 45 ओवर के बाद बारिश आ जाने के कारण मैच को रोक दिया गया। इसके बाद मैच में डकवर्थ ल्युइस नियम का प्रयोग किया गया और लक्ष्य को संशोधित करते हुए 45 ओवर में 230 रनों का कर दिया गया। चुंकि दक्षिण अफ्रीका का स्कोर उस वक्त तक 229 रन था और इस वजह से ये मैच टाई हो गया। अगर अफ्रीका की टीम ने बारिश आने से पहले 1 रन और बनाया होता तो मैच उनके नाम होता।
#3. आयरलैंड vs जिम्बाब्वे- वर्ल्ड कप 2007:
विश्व कप इतिहास का तीसरा टाई मुकाबला वर्ल्ड कप 2007 में आयरलैंड और जिम्बाब्वे के बीच रहा था। जमैका में खेले गए इस मुकाबले में आयरलैंड की टीम ने पहले खेलते हुए 50 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 221 रनों का स्कोर बनाया था।
222 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए जिम्बाब्वे ने 49.5 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 221 रन बना लिए थे। मैच की आखिरी गेंद पर उन्हें जीत के लिए 1 रन की जरूरत थी लेकिन वो रन लेने की कोशिश में रेन्सफोर्ड रन आउट हो गए। जिम्बाब्वे की टीम इस मैच में 50 ओवर में 221 रन बनाकर ऑल आउट हो गयी और इस तरह से ये मैच टाई हो गया।
#4. भारत vs इंग्लैंड- वर्ल्ड कप 2011:
विश्व कप इतिहास का चौथा टाई मुकाबला भारत और इंग्लैंड के बीच 2011 में खेला गया था। इस मुकाबले में टीम इंडिया पहले खेलते हुए 49.5 ओवर में 338 रन बनाकर ऑल आउट हो गयी थी।
339 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 49 ओवर तक इंग्लैंड 8 विकेट के नुकसान पर 325 रन बना चुकी थी। उसे जीतने के लिए अंतिम 6 गेंदों में 14 रनों की जरूरत थी। क्रीज पर शहजाद और ग्रीम स्वान बल्लेबाजी कर रहे थे। पहली 5 गेंदों पर इंग्लैंड ने 12 रन बना लिए थे अंतिम गेंद पर उन्गें जीत के लिए 2 रनों की जरूरत थी। ग्रीम स्वान ने एक्स्ट्रा कवर में शॉट लगाते हुए तेजी से 1 रन पूरा किया लेकिन दूसरा रन लेने के चक्कर में रन आउट हो गए और दोनों टीमों का स्कोर बराबर हो गया। इंग्लैंड 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 338 रन बना सकी और मैच टाई हो गया।