लोढ़ा कमेटी ने खिलाड़ियों और अधिकारियों के भुगतान को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को हरी झंडी दे दी है। बीसीसीआई सचिव अजय शिर्के ने कहा कि रणजी ट्रॉफी जैसे बोर्ड द्वारा आयोजित टूर्नामेंट्स के लिए मौजूदा शर्तों के आधार पर सीधे भुगतान किया जा सकता है। बीसीसीआई ने राजस्थान की रणजी टीम को भुगतान के लिए लोढ़ा कमेटी से दिशा-निर्देश मांगे थे। इसके बाद बीसीसीआई को यह अनुमति मिली। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार बोर्ड सचिव शिर्के ने पिछले सप्ताह लोढ़ा कमेटी को एक पत्र लिखकर कहा था कि फंड के अभाव में वे रणजी सत्र में अगले दौर के मैच करा पाने में असमर्थ है। राजस्थान की रणजी टीम अभी विजयनगरम में कर्नाटक के विरुद्ध मैच खेल रही है। जस्टिस लोढ़ा ने बीसीसीआई के सीईओ राहुल जोहरी को आज कहा कि मौजूदा शर्तों के आधार पर खिलाड़ियों और अधिकारियों को सीधा भुगतान किया जा सकता है। शिर्के ने कहा कि यह बीसीसीआई द्वारा आयोजित सभी टूर्नामेंट्स के लिए लागू होगा। बोर्ड सचिव ने कहा “राजस्थान के अलावा सभी क्रिकेट संघ अपने खिलाड़ियों को खुद भुगतान करते हैं क्योंकि राजस्थान क्रिकेट संघ अभी बीसीसीआई से निलंबित चल रहा है, इसलिए यह समस्या सिर्फ उनके साथ ही खड़ी हुई है।“ गौरतलब है कि 21 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने फैसला देते हुए कहा था कि जब तक सभी राज्य क्रिकेट संघ लोढ़ा कमेटी की सिफ़ारिशों को लागू नहीं करेंगे तब तक उनको मिलने वाले फंड रोक दिये जाएंगे। इसमें राजस्थान क्रिकेट संघ का निलंबन भी एक घटक है। इससे पहले भी भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाले राजकोट टेस्ट मैच से पहले बीसीसीआई ने फंड समस्या के चलते सुप्रीम कोर्ट में मैच रद्द होने की दलील दी थी। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने बोर्ड को फंड जारी करने की अनुमति प्रदान कर दी थी। राजस्थान में 2014 में ललित मोदी को क्रिकेट संघ का अध्यक्ष चुने जाने के बाद से ही राजस्थान क्रिकेट संघ को बीसीसीआई ने निलंबित किया हुआ है।