मुथैया मुरलीथरन, कैरेने रोल्टन, ऑर्थर मॉरिस और जॉर्ज लोहमैन को इस साल ICC हॉल ऑफ फेम में शामिल किया जाएगा। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने ये एलान किया। आईसीसी हॉल ऑफ फेमर्स और मीडियी के लोगों द्वारा की वोटिंग के बाद इन खिलाड़ियों के नाम तय किए गए। इन चारों खिलाड़ियों को एक कार्यक्रम के दौरान खेल में योगदान के लिए कैप देकर सम्मानित किया जाएगा। आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने चारों खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा, "इस साल आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले ये खिलाड़ी इस सम्मान के हकदार हैं। मुरलीथरन मॉडर्न एरा के महान खिलाड़ी हैं। लोहमैन और मॉरिस अपने जमाने के अच्छे खिलाड़ी थे। रोल्टन का प्रदर्शन महिला क्रिकेट में शानदार रहा है। मुरलीथरन ने अपने करियर का आखिरी मैच 2011 में खेला था। उन्होंने टेस्ट में 800, वनडे में 534 विकेट लिए थे। मुरली के नाम टेस्ट में 10 विकेट 22 बार लेने का रिकॉर्ड है। 1993 से 2011 तक श्रीलंकाई टीम की जीत में मुरलीथरन का बड़ा और अहम योगदान रहा है। मुरली 1996 वर्ल्ड कप विजेता श्रीलंकाई टीम के सदस्य भी रह चुके हैं। लोहमैन 19वीं सदी के आखिरी दौर के काफी अच्छे स्विगिंग बॉलर थे। वो हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले 27वें इंग्लिश खिलाड़ी होंगे। उन्होंने 16 मैचों में ही 100 विकेट हासिल कर लिये थे। दुर्भाग्यवश 36 साल की उम्र में 1901 में उनका निधन हो गया। मॉरिस 1940 और 50 के दशक के लेफ्टी बल्लेबाज थे। जिन्होंने 46 टेस्ट मैचों में 12 शतक और 12 अर्धशतक लगाए। मॉरिस आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले 22वें खिलाड़ी होंगे। जब डॉन ब्रैडमैन अपने करियर की आखिरी पारी में शून्य पर आउट हुए। उस समय मॉरिस दूसरे छोर पर मौजूद थे। रोल्टन टेस्ट और वनडे मैचों में एक शानदार ऑलराउंडर खिलाड़ी रही हैं। उन्हें 2005 में आईसीसी विमेंस वर्ल्ड कप के दौरान खेली गई पारी के लिए याद किया जाता है। रोल्टन आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाली 6 महिला क्रिकेटर होंगी। रोल्टन ने 14 साल लंबे इंटरनेशनल करियर में 14 टेस्ट और 141 वनडे मैच खेले हैं।