आजीवन प्रतिबंध के बाद आत्महत्या का फैसला किया था: लू विंसेंट

न्यूजीलैंड के पूर्व खिलाड़ी लू विन्सेंट का नाम विश्व क्रिकेट में किसी से छुपा हुआ नहीं है। इस दांए हाथ के बल्लेबाज पर मैच फिक्सिंग के लिए इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने 2014 में आजीवन प्रतिबंध लगाया था। इस प्रतिबन्ध के बाद कई मौकों पर इस खिलाड़ी को लोगों के सामने जाने में शर्म महसूस होती थी। न्यूजीलैंड के एक स्थानीय चैनल को साक्षात्कार देते हुए इस बल्लेबाज ने कहा कि एक समय मैंने शर्म और तनाव के कारण आत्महत्या करने की कोशिश की। फिक्सिंग की बात कबूलने के बाद विन्सेंट जुलाई 2014 से आजीवन प्रतिबंध झेल रहे हैं। उन पर यह प्रतिबंध इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने लगाया था। विन्सेंट ने कहा “बयान के बाद मैं राहत महसूस करने की बजाय एक अंधकारमय तनाव में चला गया था।“ उन्होंने साक्षात्कार में कहा कि “आश्चर्यजनक रूप से यह निराश करने वाली बात है कि मनुष्य का दिमाग जीवन में इस तरह के फैसले लेने को मजबूर कर देता है।“ 38 वर्षीय विन्सेंट ने कहा “प्रतिबंध के बाद उनका दिमाग पर कोई नियंत्रण नहीं था तथा अपने गुनाह के लिए उन्हें शर्म महसूस हो रही थी। यह अपराध था, आपके पास कोई कारण नहीं होता, आप एक लूजर होते हैं, आप नाकामयाब हो और लोग आपको नकामयाब से ही जानेंगे। आप सोचते हैं कि यह छाप जीवन भर आपके साथ रहेगी।“ इस पूर्व कीवी बल्लेबाज ने कहा “क्रिकेट से मुझे प्यार रहा और चार वर्ष की उम्र से यह मेरे दिल में था। लेकिन मैंने इस दिल को कहीं देकर इसके लिए इज्जत खो दी।“ इस पूर्व आक्रामक बल्लेबाज ने यह भी कहा कि पूर्व ऑल राउंडर क्रिस केर्न्स के झूठे सबूतों के खिलाफ ट्रायल का भी उन्हें कोई पश्चाताप नहीं है। क्रिस केर्न्स दोषी साबित नहीं हो पाए थे। विन्सेंट ने कहा “लीगल अथॉरिटी और पब्लिक के सामने मेरा पक्ष रखकर मुझे गर्व है।“ विन्सेंट न्यूजीलैंड टीम में एक आक्रामक बल्लेबाज और बेहतरीन क्षेत्ररक्षक के रूप में जाने जाते थे।