लंका प्रीमियर लीग में आज दो मैच खेले गए। पहले मैच में गाले ग्लैडिएटर्स को कैंडी वॉरियर्स ने 5 विकेट से हराया। दूसरे मैच में दाम्बुला जायंट्स ने 1 रन से हरा दिया।
कैंडी वॉरियर्स के सामने गाले ग्लैडिएटर्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। हालांकि यह निर्णय सही साबित नहीं हुआ। ओपनर बल्लेबाज गुणाथिलका 5 रन बनाकर आउट हो गए। कुछ देर बाद समरविक्रमा भी बिना खाता खोले चलते बने। इस तरह बीच-बीच में टीम के विकेट गिरते रहे लेकिन कुसल मेंडिस ने बतौर ओपनर एक छोर संभाले रखा। वह 34 गेंद पर 44 रन बनाने में सफल रहे। समित पटेल ने भी 32 गेंद में 36 रनों की नाबाद पारी खेली। पूरे ओवर खेलकर गाले की टीम 127 रन पर सिमट गई। कामिंदु मेंडिस ने कैंडी के लिए 3 विकेट चटकाए। निमेश विमुक्ति और शिराज अहमद ने 2-2 विकेट चटकाए। जवाब में कैंडी ने टीएम संपत के रूप में अपना पहला विकेट गंवाया। वह खाता नहीं खोल पाए। चरित असालंका भी 21 रन बनाकर आउट हो गए। कुछ और विकेट गिरने से कैंडी एक समय मुश्किल स्थिति में थी लेकिन रवि बोपारा और टॉम मूरेस ने मोर्चा संभाल लिया। बोपारा ने नाबाद 34 रन बनाए। मूरेस 28 रन बनाकर आउट हो गए। उन्नीसवें ओवर में कैंडी ने 5 विकेट पर 131 रन बनाकर जीत दर्ज की।
कोलम्बो के सामने दाम्बुला जायंट्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया। ओपनर बल्लेबाज डिकवेला और साल्ट ने बेहतरीन शुरुआत देते हुए टीम के लिए 48 रन जोड़े। दोनों क्रमशः 30 और 21 रन बनाकर आउट हो गए। उनके अलावा शोएब मकसूद ने 24 रन बनाए और अन्य बल्लेबाजों का ज्यादा योगदान नहीं रहा। दाम्बुला ने 9 विकेट पर 138 रन बनाए। रवि रामपॉल और वेंडरसे ने 3-3 विकेट कोलम्बो के लिए झटके। जवाब में खेलते हुए कोलम्बो स्टार्स के तीन विकेट जल्दी गिर गए लेकिन धनंजय डी सिल्वा ने 33 रन बनाए। उनके आउट होने पर दिनेश चाँडीमल ने टिककर बल्लेबाजी करते हुए टीम को अकेले जीत की तरफ लेकर गए। अंतिम ओवर में जीत के लिए 14 रन कोलम्बो को चाहिए थे लेकिन एक विकेट गिरने से यह स्कोर हासिल नहीं हो पाया। अंतिम गेंद पर जीत के लिए 6 रन चाहिए थे लेकिन चाँडीमल चौका लगा पाए और टीम एक रने से हार गई। वह 65 रन पर नाबाद लौटे।