भारतीय टीम (India Cricket team) के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली (Vinod Kambli) ने हाल ही में खुलासा किया था कि वो आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं और उन्हें अपने परिवार का ख्याल रखने के लिए पैसों की जरूरत है।
महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के करीबी दोस्त विनोद कांबली ने बताया कि वो महीने के केवल 30,000 रुपए पेंशन के जरिये कमा रहे हैं और इसके कारण उनकी रोजाना की जरूरतें भी पूरी नहीं हो पा रही हैं।
विनोद कांबली ने बताया कि सचिन तेंदुलकर को मेरी स्थिति के बारे में सब पता है। क्रिकेटर के पास केवल बीसीसीआई (BCCI) की तरफ से दी जाने वाली पेंशन ही एकमात्र आय का सहारा है। आज विनोद कांबली पाई पाई के मोहताज हो गए है, वो काम की तलाश कर रहे हैं।
याद हो कि विनोद कांबली ने 1991 में डेब्यू किया था। उन्होंने 17 टेस्ट और 104 वनडे में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया और क्रमश: 1084 व 2477 रन बनाए। कांबली को भारतीय क्रिकेट में अगला बड़ा सुपरस्टार माना जा रहा था क्योंकि उन्होंने लाल गेंद क्रिकेट के पहले 7 मैचों में 793 रन बनाए थे। पहले चार मैचों में उन्होंने 113.29 की औसत से रन बनाए, जिसमें दो दोहरे शतक शामिल है।
बहरहाल आर्थिक तंगी से गुजर रहे विनोद कांबली की मदद के लिए मराठी बिजनेसमैन ने हाथ आगे बढ़ाए हैं। मुंबई में क्रिकेटर को साहयादरी इंडस्ट्री ग्रुप ने फाइनेंस डिवीजन में एक जॉब ऑफर किया। उन्हें महीने की एक लाख रुपए सैलरी का प्रस्ताव दिया गया है। 50 साल के कांबली ने इस पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
कांबली ने क्रिकेट में आखिरी काम 2019 में किया था जब उन्होंने टी20 मुंबई लीग में एक टीम की कोचिंग की थी। उन्होंने नेरुल में तेंदुलकर की मिडिलसेक्स ग्लोबल एकेडमी में युवा क्रिकेटरों का मार्गदर्शन दिया।
कांबली ने मिड-डे को दिए इंटरव्यू में कहा, 'मैं रिटायर्ड क्रिकेटर हूं, जो पूरी तरह बीसीसीआई की पेंशन पर निर्भर है। मेरी कमाई का एकमात्र जरिया बोर्ड है, जिसका मैं शुक्रगुजार और आभारी हूं। बोर्ड से मिल रही पेंशन के कारण मेरा परिवार पल रहा है। संन्यास के बाद आपके लिए क्रिकेट नहीं होता। मगर आपको जिंदगी में आगे बढ़ना है तो जरूरी है कि काम हो। मैं एमसीए से काम की उम्मीद कर रहा हूं।'