भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज किरण मोरे ने महेंद्र सिंह धोनी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि धोनी आगे चलकर विकेटकीपिंग कोच की भूमिका निभा सकते हैं। वहीं उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीमों से आग्रह भी किया है कि वो अपनी टीम के सपोर्ट स्टाफ में विशेषज्ञ विकेटकीपिंग कोच भी रखें। उन्होंने कहा कि सही ट्रेनिंग नहीं मिलने की वजह से युवा विकेटकीपर कीपिंग की बारीकियां सीख नहीं पाते हैं और गलत तकनीक अपना लेते हैं। वहीं जब मोरे से पूछा गया कि क्या धोनी इसके लिए सही विकल्प हो सकते हैं तो उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में धोनी इसके लिए तैयार हों तो वो ये भूमिका बखूबी निभा सकते हैं। इंटरनेशनल बिजनेस टाइम्स से बातचीत में मोरे ने कहा कि विकेटकीपिंग टीम का एक अहम हिस्सा होता है। अगर आप के पास अच्छा विकेटकीपर नहीं है तो इसका प्रभाव पूरी टीम पर पड़ता है। विकेटकीपिंग की कोचिंग को अभी नजरंदाज किया जा रहा है, इसलिए विकेटकीपिंग कोच होना बेहद जरुरी है। मोरे ने कहा कि हम बल्लेबाजी कोच रखते हैं, गेंदबाजी कोच रखते है, फील्डिंग कोच रखते हैं तो फिर विकेटकीपिंग कोच क्यों नहीं। मोरे ने आगे कहा कि एक विकेटकीपर तीनों ही प्रारुपों में मौके बना सकता है। इसलिए हमें विकेटकीपिंग स्किल पर काम करना चाहिए। ऐसा नहीं होना चाहिए की शीर्ष पर पहुंचकर ही आप मेहनत करें, आपको बुनियाद अच्छी रखनी पड़ेगी। अगर एक विकेटकीपर गलत तकनीक की वजह से चोटिल हो जाता है तो इसका असर उसकी बल्लेबाजी पर भी पड़ता है। अगर विकेटकीपिंग की तकनीक सही नहीं है तो फिर चोटिल होने के चांस ज्यादा बढ़ जाते हैं। मुझे उम्मीद है कि धोनी भविष्य में विकेटकीपिंग कोच बन सकते हैं। अगर वो इसके लिए तैयार हों तो इसमें कोई गलत बात नहीं है। गौरतलब है धोनी अपनी विकेटकीपिंग के लिए दुनियाभर में मशहूर हैं। इस समय सबसे ज्यादा शिकार करने के मामले में वो तीसरे नंबर पर हैं। उनसे आगे अब सिर्फ महान कुमार संगकारा और एडम गिलक्रिस्ट ही हैं। धोनी की कीपिंग स्टाइल भी काफी अलग है जिससे उन्हें काफी सफलताएं मिली हैं। इसके अलावा वो स्टंपिंग भी काफी लाजवाब करते हैं।