बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने पूर्व भारतीय (India Cricket team) कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) को बीसीसीआई (BCCI) अध्यक्ष पद से हटाने और उन्हें आईसीसी (ICC) नहीं भेजने के फैसले को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। ममता ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया था कि वो गांगुली को आईसीसी भेजने का सुनिश्चित करें। बीसीसीआई के नए अध्यक्ष 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के ऑलराउंडर रोजर बिन्नी बने हैं।
ममता बनर्जी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'मुझे क्रिकेट समझ नहीं आता है, लेकिन अगर आप मुझे खेलने दें तो मैं खेल खेलूंगी। अगर कोई क्षमतावान और योग्य है तो उसे मौका मिलना चाहिए, फिर भले ही वो राजनीति के लोग क्यों नहीं हो।' ममता ने इस तरह केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के भाई पर निशाना साधा, जिन्हें परिषद में पद मिला है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'कोर्ट ने सौरव और जय शाह को तीन कार्यकाल की अनुमति दी। तो जब उन्हें एक कार्यकाल की अनुमति मिली और वह इसके हकदार थे, तो सौरव को क्यों हटाया गया? सिर्फ खेल प्रेमी ही नहीं हैरान हैं, बल्कि यह दुनिया के लिए भी शर्मनाक है।'
ममता बनर्जी ने आगे कहा, 'आपने देखा कि मैंने खुले तौर पर आग्रह किया। अगर उन्हें आईसीसी भेजा जाता तो देश को गर्व महसूस होता। जगमोहन डालमिया भी वहां थे। तो आज किस कारण, या किस अनजान कारण से सौरव जैसे आदमी को हटाया गया और किसी और के लिए आरक्षित पद को छोड़ना पड़ा।'
उन्होंने कहा, 'चूंकि सौरव गांगुली भद्रजन है, वो कुछ नहीं कह रहे हैं। उन्हें जरूर बुरा लगा होगा, लेकिन उन्होंने किसी से दर्द नहीं साझा किया। मगर हम इसे हल्के में नहीं लेंगे। हम हैरान हैं। यह शर्मनाक राजनीतिक बदला है।'
यह पूछने पर कि जय शाह को आईसीसी भेजने का इरादा था, तो बनर्जी ने कहा, 'मैं नाम नहीं लूंगी।' ममता बैनर्जी ने कहा कि वो खुद भी केंद्रीय खेल मंत्री रह चुकी हैं और उन्होंने इस बारे में कहा था कि खेल का राजनीति से मिश्रण नहीं करना चाहिए।
सौरव गांगुली ने हाल ही में घोषणा की थी कि वो क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे।