मनन वोहरा लौट आये अपने पुराने रंग में

रणजी सत्र में पंजाब की टीम रेलवे के खिलाफ ड्रॉ मैच खेलने बाद लाहिल में मध्य प्रदेश के खिलाफ मैदान मे उतरी । जिसमें ओपनर बल्लेबाज मनन वोहरा पिछली तीन पारियों मे निराशजनक प्रदर्शन करने के बाद एक बार फिर सिर्फ 9 रन के निजी स्कोर पर अपना विकेट फेंक चलते बने जो इस सत्र मे उनका तीसरा सिंगल डिजिट स्कोर था । इसी दौरान पंजाब क्रिकेट के चयनकर्ताओं में से एक चयनकर्ता वहाँ मौजूद रहे | वोहरा की प्रतिभा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं होने के बाद कई लोग इसे रणजी सत्र मे उनकी अंतिम पारी मान रहे थे मगर चयनकर्ताओं ने उन्हे एक और मौका देते हुए बिलासपुर मे बंगाल के विरुद्ध खिलाया | इस बार वोहरा ने निराश नहीं किया तथा 360 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए क्रीज़ पर टिके रहने वाले एकमात्र बल्लेबाज बने । वोहरा ने इस पारी मे 110 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौकों की मदद से शानदार 75 रनों की पारी खेल अपने पुराने रंग में लौट आये । हालांकि अकेले वोहरा पंजाब के लिए मैच तो नहीं बचा पाये लेकिन यह पारी उन्हे आत्मविश्वास प्रदान करने वाली रही । वोहरा ने कहा “काफी समय से रन नहीं आने के बाद यह पारी मेरे लिए खास थी । मैं नई गेंद पर अपना स्वाभाविक खेल खेलना चाहता था जिसके बाद रन बनते गए । मैं इस बात से बेहद खुश हूँ ।” इस 75 रन की पारी के बाद उन्होने दिल्ली में बड़ौदा के खिलाफ खेलते हुए अपने जीवन का पहला रणजी दोहरा शतक भी जड़ दिया । इस बार वोहरा अपने कप्तान युवराज सिंह के साथ पिच पर डटकर खड़े हो गए तथा बड़ौदा के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की । गौरतलब है कि इसी मैच में पंजाब के कप्तान युवराज सिंह ने भी दोहरा शतक उड़ाया । इस शानदार पारी के बाद वोहरा का कहना था कि “यूवी पाजी के साथ खेलना हमेशा ही एक शानदार अनुभव होता है, वे आपको बीच मे बताते रहते हैं कि क्या करना है, कैसे खेलना है |”

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