प्रमुख बल्लेबाज मनीष पांडे (Manish Pandey) ने भारतीय टीम (Indian Cricket Team) में खुद की जगह संजू सैमसन (Sanju Samson) को मौका मिलने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि संजू सैमसन उनसे अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और इसी वजह से उनको मौका देकर सही किया गया। हालांकि मनीष पांडे ने इस बात पर भी निराशा जताई कि उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया।
आईपीएल में पहला शतक लगाने वाले दाएं हाथ के भारतीय बल्लेबाज मनीष पांडे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने से पहले ही एक लोकप्रिय खिलाड़ी बन चुके थे और उनसे काफी उम्मीदें लगाई जा रही थी। 2015 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले मनीष अपने नाम और रुतबे को टीम इंडिया में बरकरार नहीं रख सके और कुछ सालों में ही टीम से बाहर हो गए।
2015 में जिंबाब्वे के खिलाफ डेब्यू करने वाले मनीष पांडे ने 29 वनडे मैचों में एक शतक के साथ मात्र 566 रन बनाए हैं। वहीं 39 टी20 मैचों में तीन अर्धशतकों की मदद से 709 रन बनाए हैं। मनीष पांडे ने भारत के लिए अपना आखिरी वनडे 2021 में और आखिरी टी20 2020 में खेला था।
संजू सैमसन टीम में जगह पाने के हकदार थे - मनीष पांडे
लगातार खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय चयनकर्ताओं ने संजू सैमसन, सूर्यकुमार यादव जैसे विकल्पों की तरफ देखना शुरू कर दिया। मनीष पांडे ने स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ खास बातचीत में इसको लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
निश्चित तौर पर टीम में जगह नहीं पाने का मुझे दुख है। हालांकि भारतीय टीम जो फैसले ले रही थी और जिस भी खिलाड़ी को सेलेक्ट किया जा रहा था उनके लिए मैं खुश था। संजू सैमसन काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और वो ज्यादा मौके पाने के हकदार थे। हालांकि व्यक्तिगत तौर पर देखें तो मैं निश्चित तौर पर खेलना चाहता था और हाइएस्ट लेवल पर अपने आपको साबित करना चाहता था। हालांकि दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो पाया।