विजय हजारे टूर्नामेंट में झारखंड और बंगाल की टीम के बीच एक अक्टूबर को मैच खेला गया था। यह मैच खराब रोशनी के कारण पूरा नहीं हो सका था। इस मैच में ओवर की धीमी रफ्तार को लेकर संजय मांजरेकर ने आलोचना भी की थी। संजय मांजरेकर की आलोचना के चलते बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी भड़क गए। मनोज तिवारी ने मांजरेकर को संयम बरतने की सलाह देते हुए उनको देरी होने के कारण बताया।
दरअसल, इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए बंगाल की टीम ने 267 रन बनाए थे, जिसके जवाब में झारखंड की टीम 49 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 264 रन बना चुकी थी। बंगाल की टीम ने इस मैच में अपनी गेंदबाजी के लिए 4 घंटे 18 मिनट का समय लिया, जो निर्धारित समय से काफी ज्यादा था। आखिर में जब एक ओवर का खेल बचा था, तो झारखंड के बल्लेबाजों को गेंद नहीं दिख रही थी। जिसके चलते अंपायरों ने खराब रोशनी के चलते वीजेडी मैथड के तहत झारखंड की टीम को 2 रन से विजयी घोषित किया गया।
संजय मांजरेकर ने ट्वीट किया “बंगाल और झारखंड के बीच विजय हजारे टूर्नामेंट का मैच पूरा नहीं हो सका, आखिर ऐसे मैच में वीजेडी मैथेड क्यों? धीमा ओवर रेट! गेंदबाज टीम ने अपने 50 ओवर की गेंदबाजी करने में 4 घंटे 18 मिनट का समय लगाया।”
संजय माजरेकर के बाद बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी भड़क गए। इसके बाद उन्होंने जवाब में कई ट्वीट किए। तिवारी ने लिखा, “मैं आपकी बहुत तारीफ करता अगर आप यह बात दोनों टीमों के मैनेजमेंट से फोन करके पूछते, तो शायद सही होता, लेकिन अगर आप यह सवाल ट्विटर पर अपने फॉलोवर से पूछेंगे, तो मुझे लगता हैं, कि यह एक गलत संदेश हैं। सर आपको बहुत लोग फॉलो करते हैं।”
दूसरे ट्विट में तिवारी ने लिखा, “संक्षेप में, मैं आपकों बताना चाहता हूं कि मैच में इसलिए देर हुई, पहला कारण यह हैं, एक बार गेंद अगर जंगल में चली जाए, तो उसे ढूंढ़ना आसान नहीं था। दूसरा कारण यह है, यहां बहुत गर्म परिस्थितियां थी। तीसरा कारण यह हैं कि एक खिलाड़ी को बल्लेबाजी के दौरान क्रैम्प आ गये थे। जिसके कारण मैच में देरी हुई।”