ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मार्नस लैबुशैन को गलत तरीके से फील्डिंग करने के ऊपर MCC के नए रूल आने बाद वो सजा पाने वाले पहले प्रोफेशनल क्रिकेटर बने। यह इंसिडेंट JLT वन-डे कप के पहले ही मैच में हुआ। लैबुशैन जोकि क्वींसलैंड vs क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इलेवन के बीच चल रहे मैच के दौरान मिड ऑफ पर फीलडिंग कर रहे थे। उस समय बल्लेबाज परम उप्पल ने गेंद को कवर की तरफ धकेला, लेकिन मार्नस गेंद को पकड़ने में कामयाब नहीं हुए। हालांकि उन्होंने ऐसा दिखाया कि गेंद उनके पास है और वे स्टंप पर मारने वाले हैं। इसके बाद क्वींसलैंड के ऊपर पैनल्टी लगी और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को पांच रन मिले। फैंस को बता दें कि नए रूल्स 1 अक्टूबर से लागू होंगे, लेकिन JLT कप के सारे मैच नए रूल्स के साथ ही खेले जाएंगे और इसी वजह से मार्नस लैबुशन को दोषी पाया गया।
MCC हैंडबुक के सेक्शन 41 के अंदर लॉ 41.5 के मुताबिक, "कोई भी खिलाड़ी किसी भी तरह से बल्लेबाज के ध्यान को भटकाने की कोशिश करता है, तो वो हर गलत होगा। मैदानी अंपायर को अगर यह लगे कि फील्डर ने ऐसा जानभूजकर किया है, तो वो पैनल्टी के तौर पर विपक्षी टीम को 5 रन दिए जाए।"
इस रूल के बारे में MCC ने कहा कि अगर कोई भी खिलाड़ी बिना गेंद को पकड़कर, बैट्समैन को रोकने की कोशिश करता है, तो वो पूरी तरह से लॉ की अवमानना माना जाएगा।"
जल्द ही यह सारे रूल्स इंटरनेशनल क्रिकेट में भी लागू होने वाले हैं। ऊंचे स्तर पर मैचों के परिणाम एक रन पर भी फंसता हुई देखा गया है, तो निश्चित ही फील्डिंग टीम ऐसे 5 रन आसानी से नहीं दे सकते। इसी वजह से कप्तान और कोच को इस बात को युवा खिलाड़ियों को बात समझानी होगी कि वो किसी भी तरह से लॉ को न तोड़ें। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही मौजूदा सीरीज में इस नियम का कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन इस सीरीज के बाद हर एक टीम को मैदान में सतर्क रहना होगा।