आज ही के दिन 1997 में भारत और श्रीलंका के बीच मैच को खराब पिच की वजह से कर दिया गया था निरस्त

हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ इंदौर में खेले गए दूसरे टी20 मैच में रोहित शर्मा ने 35 गेंदों पर ताबड़तोड़ शतक लगाकर विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की। वहीं उनकी इस पारी की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में 260 रनों का विशालकाय स्कोर खड़ा किया। दूसरे टी20 मुकाबले में इंदौर के होल्कर स्टेडियम में भारतीय क्रिकेट टीम के कई सुनहरे रिकॉर्ड बने लेकिन क्या आपको पता है कि आज ही के दिन इसी शहर के एक दूसरे स्टेडियम को पूरी दुनिया के सामने शर्मसार होना पड़ा था। जी हां 25 दिसम्बर को इंदौर के नेहरु स्टेडियम को 2 साल के लिए बैन कर दिया गया था। 20 साल पहले भारत और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे एकदिवसीय मैच को खराब पिच के कारण 3 ओवर बाद ही रदद् कर दिया गया था। साल 1997 की बात है भारत 3 मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला की मेजबानी कर रहा था। सीरीज के दूसरे मैच में बल्लेबाजी के अनुकूल साफ मौसम में श्रीलंका के कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया। लेकिन गेंद पिच पर बेहद ही खतरनाक तरीके से उछाल ले रही थी। भारतीय तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने कालू विर्थना को बिना खाता खोले ही पहले ओवर की चौथी गेंद पर पवेलियन की ओर चलता कर दिया। उस समय श्रीलंका टीम का स्कोर महज 1 रन ही था। 3 ओवर होने के बाद नाबाद बल्लेबाज सनथ जयसूर्या और रोशन महानामा को इस खतरनाक पिच पर बल्लेबाजी मुश्किल लग रही थी। उन्हें गेंद के उछाल से चोटिल होने का डर सता रहा था। गेंद टप्पा खाकर असामान्य तरीके से उछाल ले रही थी। इसके बाद श्रीलंका के कप्तान अर्जुन रणतुंगा मैदान पर पहुंचे, उन्होंने भारतीय टीम के कप्तान सचिन तेंदुलकर के साथ विचार विमर्श कर मैच रदद् करने पर सहमति जता दी। बाद में दोनों कप्तानों की सहमति की बाद इसे निरस्त कर दिया गया। मैच निरस्त होने की घोषणा सुनकर दर्शकों को निराश होना पड़ा, साथ ही इंदौर के नेहरू स्टेडियम को क्रिकेट जगत के सामने शर्मसार होना पड़ा। इस मैदान को 2 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया। 4 साल के इंतज़ार के बाद 31 मार्च 2001 को इस पर अगला मैच खेला गया और उस मैच में सचिन तेंदुलकर ने अपने 10, 000 रन पूरे किए । अब मध्य प्रदेश क्रिकेट संस्था ने नया मैदान तैयार कर लिया है जिसे होल्कर स्टेडियम के नाम से जाना जाता है। नेहरू स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मैच का आयोजन नहीं किया जाता है। इस मैदान पर भारतीय टीम ने सातों मैच में जीत हासिल की है।