ढाका प्रीमियर लीग के दौरान मैदान पर संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने के चलते तीन उच्च स्तरीय खिलाड़ियों के खिलाफ मैच फिक्सिंग का आरोप लगा है। विक्टोरिया स्पोर्टिंग क्लब ने अपने कप्तान नादिफ चौधरी, शुह्रावादी शुवो और डोलर महमूद को मैदान पर संदिग्ध गतिविधि में शामिल पाए जाने के आरोप में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) को लिखित प्रभार सौंप दिया है। इन तीन खिलाड़ियों की जांच करने के इरादे से लिखित प्रभार बीसीबी को जमा कर दिया गया है। विशेषतौर पर लीजेंड्स ऑफ रुपगंज के खिलाफ दो मैचों की जांच जरुर कराई जाएगी। इन दोनों मुकाबलों में विक्टोरिया ने विशाल स्कोर बनाया, लेकिन खराब फील्डिंग के कारण दोनों मैचों हार गए। तीनों ही खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व किया है। डोलर की उम्र 27 जबकि नादिफ 29 वर्ष के हो चुके हैं और दोनों की राष्ट्रीय टीम में वापसी मुश्किल है। मगर बाएं हाथ के स्पिनर शुवो के अंतरराष्ट्रीय चयन की उम्मीद बनी हुई है। क्लब अध्यक्ष नसर अहमद ने कहा, 'हमारी टीम के तीन खिलाड़ियों के खिलाफ जांच करने के संबंध में बोर्ड को आवेदन दे दिया गया है। हमें लगता है कि रुपगंज के खिलाफ दोनों मैचों में उन्होंने हारने के इरादे से जानबूझकर खराब खेला। रुपगंज के खिलाफ पहले दौर और सुपर लीग मैच में, हमारे खिलाड़ियों ने कई कैच टपकाएं। यहीं हमे लगा कि खिलाड़ियों ने जानबूझकर ऐसा किया है।' खबरों में मुताबिक खिलाड़ियों को सही समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा था जिनमें नादिफ भी शामिल थे। हो सकता है कि खिलाड़ियों के खिलाफ षडयंत्र किया जा रहा हो। हालांकि, यह बांग्लादेश क्रिकेट के लिए अच्छी खबर नहीं है।