दिल्ली में आशीष नेहरा को जीत के साथ शानदार विदाई देने के बाद अब कोहली एंड कंपनी पहुंच चुकी है राजकोट। जहां न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जाएगा तीन मैचों की सीरीज़ का दूसरा टी20 मुक़ाबला। कीवियों के लिए करो या मरो का मुक़ाबला भारत की नज़र जहां राजकोट में भी जीत के साथ सीरीज़ पर कब्ज़ा करने पर होगी, तो कीवियों के लिए इस करो या मरो मुक़ाबले के कई मायने हैं। अगर राजकोट में भी न्यूज़ीलैंड को हार मिलती है तो सीरीज़ तो हाथ से जाएगी ही, साथ ही साथ टी20 रैंकिंग में दोबारा नंबर-1 की कुर्सी पाने का मौक़ा भी फिसल जाएगा। क्योंकि इसके लिए अब कीवियों को बाक़ी बचे दोनों ही मैच जीतने होंगे। दिल्ली में हार के बाद कीवियों की ये सेना अब टी20 रैंकिंग में दूसरे स्थान पर आ गई है, जबकि टी20 का ताज फ़िलहाल पाकिस्तान के पास चला गया है। दूसरी तरफ़ भारत के पास भी नंबर-1 बनने का मौक़ा होगा लेकिन इसके लिए अगले दो मैचों में जीत के बाद श्रीलंका के ख़िलाफ़ भी होने वाली घरेलू सीरीज़ में 3-0 की जीत ज़रूरी है। आशीष नेहरा की जगह सिराज कर सकते हैं डेब्यू दिल्ली में अपने क्रिकेट जीवन का आख़िरी मुक़ाबला खेलने के बाद आशीष नेहरा का स्थान इस टीम में कौन लेगा, ये एक बड़ा सवाल है ? ऐसा माना जा रहा है कि विराट कोहली नेहरा के स्थान पर एक तेज़ गेंदबाज़ को ही खिलाना चाह रहे हैं, और ऐसे में मोहम्मद सिराज अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट जीवन की शुरुआत राजकोट से कर सकते हैं। लेकिन एक विकल्प ये भी है कि इस मैच में टीम इंडिया अपनी बल्लेबाज़ी को मज़बूत करे और नेहरा की जगह मनीष पांडे या दिनेश कार्तिक को लाया जाए, हालांकि इसकी गुंजाइश कम ही है क्योंकि दिल्ली में 6 गेंदबाज़ों के साथ जाने का प्रयोग भारत के पक्ष में गया था। राजकोट में पिच नहीं बल्कि है 'रनभेरी' बात अगर राजकोट की पिच की करें, तो ये पूरी तरह से बल्लेबाज़ों की मददगार मानी जाती है। टेस्ट हो या वनडे या फिर हो क्रिकेट का सबसे छोटा स्वरूप, इस मैदान पर हुए सभी फ़ॉर्मेट रनों से भरे रहे हैं। आख़िरी बार इस मैदान पर कोई टी20 मुक़ाबला 2013 में खेला गया था, जहां भारत और ऑस्ट्रेलिया आमने-सामने थे। इस मैच में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 202 रनों की चुनौती दी थी, जिसे टीम इंडिया ने 2 गेंद पहले ही 6 विकेट से जीत लिया था। उस मैच में युवराज सिंह ने 35 गेंदो में नाबाद 77 रनों की धुआंधार पारी खेली थी, जिसमें 8 छक्के शामिल थे। इसके बाद इस मैदान पर ये सिर्फ़ दूसरा टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबला खेला जा रहा है, ऐसे में एक और हाई स्कोरिंग मैच की सभी को उम्मीदें होंगी। मौसम का मिज़ाज नवंबर का महीना शुरू हो चुका है लिहाज़ा भारत में ठंड की शरुआत हो चुकी है, ऐसे में राजकोट में भी मौसम शाम होने के बाद थोड़ा ठंडा रहेगा, जिससे बल्लेबाज़ों और गेंदबाज़ों को तो फ़ायदा होगा लेकिन शाम से ही शुरू होने वाली ओस दिल्ली की तरह यहां भी गेंदबाज़ों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। राजकोट में बनेंगे रिकॉर्ड इन सबके अलावा राजकोट में होने वाले इस मैच में दो बड़े रिकॉर्ड भी बन सकते हैं, विराट कोहली 12 रन बनाते ही टी20 अंतर्राष्ट्रीय में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की सूची में दूसरे नंबर पर आ जाएंगे। अभी कोहली से आगे 1889 रनों के साथ श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान हैं, तो नंबर-1 पर न्यूज़ीलैंड के दिग्गज ब्रेंडन मैकुलम (2140) मौजूद हैं। कोहली के साथ साथ युजवेंद्र चहल के पास भी इस साल सबसे ज़्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौक़ा होगा। चहल ने इस साल टी20 अंतर्राष्ट्रीय में 14 विकेट हासिल किए हैं और वह फ़िलहाल दूसरे पायदान पर खड़े हैं। जबकि अफ़ग़ानिस्तान के राशिद ख़ान और विंडीज़ के केसरिक विलियम्स दोनों ही 17 विकेटों के साथ नंबर-1 पर क़ायम हैं।