भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल इस साल आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम का हिस्सा थे। उन्हें शुरुआती मैचों में खेलने का मौका नहीं दिया गया था , लेकिन पार्थिव ने अंतिम के मैचों में अपने बल्ले से दम दिखाया था। पार्थिव पटेल मुंबई इंडियंस के साथ कई सालों तक सलामी बल्लेबाज के तौर पर जुड़े रहे। हाल ही में गौरव कपूर के शो ‘ब्रेकफास्ट विद चैम्पियन्स’ में पार्थिव को बतौर मेहमान आमंत्रित किया गया था। उन्होंने इस शो पर क्रिकेट और निजी जिंदगी से जुड़ी कई बातों से प्रशंसकों को रुबरु कराया। इसके साथ ही पार्थिव ने बताया कि जब वह 17 साल की उम्र में इंग्लैंड दौरे पर गए तो इंग्लिश खिलाड़ियों ने उनके साथ जमकर स्लेजिंग की। उस समय पार्थिव पटेल को इंग्लिश समझने में परेशानी होती थी और वह स्लेजिंग का जवाब नहीं दे पाते थे। पार्थिव पटेल ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मैथ्यू हेडन के साथ जुड़ा एक रोचक किस्सा भी साझा किया। उन्होंने कहा हेडन स्लिप में खड़े होकर अक्सर बल्लेबाजों के साथ स्लेजिंग किया करते थे। ब्रिस्बेन में खेले गए एक एकदिवसीय मैच के दौरान हेडन ने पार्थिव को घूंसा मारने की धमकी तक दे डाली थी। दरअसल, इस मैच में पार्थिव अंतिम एकादश का हिस्सा नहीं थे। पहले बल्लेबाजी कर रही ऑस्ट्रेलिया की ओर से हेडन ने शानदार शतक जड़ा था। शतक लगाने के बाद हेडन आउट होकर पवेलियन की ओर लौट रहे थे, तभी पानी लेकर जा रहे पार्थिव ने अजीब सी आवाज निकालकर उन्हें चिढ़ा दिया। जब वह पानी पिलाकर वापस लौटे तो हेडन उनका इंतजार कर रहे थे। हेडन ने पार्थिव की तरफ गुस्से में देखते हुए कहा अगर तुमने मेरे साथ फिर कभी ऐसा किया तो मैं तुम्हें घूंसा जड़ दूंगा। पार्थिव ने उनसे अपनी गलती के लिए मांफी मांगी और वहां से चले गए। इस शो में पार्थिव ने धोनी को लेकर भी अपनी राय रखी। पार्थिव ने कहा कि अगर वह और अन्य विकेटकीपर बल्लेबाज उस दौरान खराब क्रिकेट नहीं खेलते तो धोनी आज इस मुकाम पर नहीं होते।