भारतीय महिला क्रिकेट टीम (India Women Cricket team) की ऑफ स्पिनर दीप्ति शर्मा (Deepti Sharma) ने शनिवार को ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर खेले गए तीसरे व अंतिम वनडे में इंग्लैंड (England Women Cricket team) की महिला बल्लेबाज शार्लेट डीन (Charlotte Dean) को रन आउट करके विवादों को हवा दी है।
इंग्लैंड की पारी के 44वें ओवर की चौथी गेंद डालते समय दीप्ति क्रीज में रूक गईं और नॉन स्ट्राइकर छोर की गिल्लियां बिखेर दीं। मैदानी अंपायरों ने तीसरे अंपायर की सहायता लेने के बाद बल्लेबाज को आउट दिया। कई खिलाड़ियों ने आपत्ति जताई और इसे खेल भावना के विपरीत करार दिया है।
हालांकि, मेरीलिबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने इस मामले में दखलंदाजी की और कहा कि भारत और इंग्लैंड महिला के बीच वनडे में मैदानी अंपायरों ने सही तरह ऑफिशिएट किया। एमसीसी ने बयान के जरिये कहा, 'जहां कल उत्साहजनक मैच का अंत अनोखे तरीके से हुआ। अंपायरों ने अच्छी तरह ऑफिशिएट किया और कुछ और सोचने की जरूरत नहीं है।'
इंग्लैंड के कई क्रिकेटरों ने दीप्ति शर्मा के रन आउट की आलोचना की। बता दें कि भारत ने यह मुकाबला 16 रन से जीतकर इंग्लैंड का वनडे सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया और अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी को विजयी विदाई दी।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने विकेट के बारे में कहा कि आईसीसी ने इसे रन आउट की श्रेणी में कर दिया है। उन्होंने कहा, 'मांकड़ नियमों में है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि इसका उपयोग नहीं किया जाएगा। आप अपनी पूरी जिंदगी इस तरह की रणनीति से मैच जीतने की ट्रेनिंग नहीं करेंगे। मैं जानता हूं कि बल्लेबाजों की क्रीज में रहने की ट्रेनिंग होनी चाहिए, लेकिन इस तरह मैच जीतना अच्छा नहीं लगा। कल का मुकाबला शानदार था।' इसके अलावा नासिर हुसैन, सैम बिलिंग्स, स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन ने इस विकेट की आलोचना की।
एमसीसी ने हालांकि, बल्लेबाजों को अपनी जिम्मेदारी याद दिलाई। एमसीसी ने संदेश दिया, 'एमसीसी का नॉन स्ट्राइकर्स को संदेश है कि वो क्रीज में तब तक रहें जब तक गेंद को गेंदबाज के हाथ से छूटते हुए नहीं देख ले। कल जिस तरह विकेट गिरा, वैसा नहीं होगा।'
इसमें आगे कहा गया, 'क्रिकेट एक विशाल चर्च है और जिस भावना से इसे खेला जाता है, वो अलग नहीं है। खेल भावना के रक्षक होने के नाते एमसीसी विश्व भर से विभिन्न प्रतिक्रियाओं की सराहना करता है। सम्मानजनक बहस स्वस्थ है और जारी रहना चाहिए। एक व्यक्ति इस तरह के उदाहरण में गेंदबाज को भावना का उल्लंघन करते देख रहा है तो एक व्यक्ति ध्यान दिला रहा है कि नॉन स्ट्राइकर क्रीज से जल्दी बाहर निकलकर फायदा उठा रहा है।'
प्रवक्ता ने आगे कहा, 'एमसीसी ने इस साल नॉन स्ट्राइकर छोर पर रन आउट होने वाले क्रिकेट के कानून में संशोधन की घोषणा की। यह कानून 41 अनुचित खेल से लेकर कानून 38 रन आउट की है। यह बदलाव 1 अक्टूबर 2022 से प्रभाव में आएगा। ऐसा इस मामले को स्पष्ट करने के लिए किया गया। बल्लेबाज को गेंदबाज के बॉल रिलीज करने से पहले अपनी क्रीज से बाहर नहीं निकलना है। कानून साफ है। सभी अंपायरों को इसकी जरूरत है ताकि वो खेल के सभी स्तर पर आसानी से बात समझा सकें।'