5 Players played only one test for Team India: भारत के लिए इंटरनेशनल लेवल पर खेलने का सपना हर वो शख्स देखता है, जो क्रिकेट खेलता है। हालांकि, इनमें से कुछ को मौका मिल पाता है जबकि कुछ के लिए यह सपना ही रह जाता है। इसमें भी कुछ खिलाड़ी सिर्फ व्हाइट बॉल फॉर्मेट तक ही सीमित रह जाते हैं और उन्हें टेस्ट में मौका नहीं मिल पाता है। ऐसे में टेस्ट फॉर्मेट में टीम इंडिया का प्रतिनिधत्व करना अपने आप में बड़ी बात है। सचिन तेंदुलकर ने भारत के लिए अकेले ही 200 टेस्ट खेले, जबकि कुछ खिलाड़ी 100 से ज्यादा टेस्ट खेलने में कामयाब रहे।हालांकि, हम आपको इस आर्टिकल में उन 5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने सफेद जर्सी में भारत के लिए सिर्फ एक ही टेस्ट खेला।5. सबा करीम विकेटकीपर बल्लेबाज सबा करीम का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। करीम ने अपने करियर का एकमात्र टेस्ट साल 2000 में बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में खेला था। इस मैच में करीम ने बल्लेबाजी में 15 रन बनाए थे और एक कैच भी पकड़ा था।4. नमन ओझा नमन ओझा का करियर टीम इंडिया के लिए कभी परवान नहीं चढ़ा और उन्होंने सिर्फ चार ही इंटरनेशनल मुकाबले खेले। साल 2015 में नमन को श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में टेस्ट डेब्यू का मौका मिला था और रेड बॉल में टीम इंडिया के लिए यही उनका एकमात्र मैच भी साबित हुआ। नमन ने मैच में 56 रन बनाने के अलावा चार कैच भी लपके थे और एक स्टंपिंग भी की थी।3. विनय कुमार भारत के घरेलू क्रिकेट में 500 से ज्यादा फर्स्ट क्लास विकेट लेने वाले विनय कुमार का टेस्ट करियर भी सिर्फ एक मैच तक ही रहा। विनय ने अपना टेस्ट डेब्यू 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में किया था। इस मैच में उन्हें सिर्फ एक ही विकेट मिला था।2. रोबिन सिंह ऑलराउंडर रोबिन सिंह ने भारत के लिए 100 से ज्यादा वनडे खेले लेकिन टेस्ट में उन्हें सिर्फ एक ही मैच खेलने का मौका मिला। रोबिन ने अपना एकमात्र टेस्ट 1998 में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था, जिसमें वह सिर्फ 27 रन बना पाए थे और गेंदबाजी में कोई भी विकेट नहीं मिला था।1. कर्ण शर्मा लेग स्पिनर कर्ण शर्मा ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में की थी और इसके बाद उन्हें कभी इस फॉर्मेट में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व दोबारा करने का मौका नहीं मिला। मैच में कर्ण ने चार विकेट झटके थे और बल्ले से आठ रन भी बनाए थे।