पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने वर्तमान राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों को इंडियन प्रीमीयर लीग (आईपीएल) के अगले सत्र में खेलने के प्लान पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। पिछले वर्ष आईपीएल में अपनी-अपनी टीमों का प्रतिनिधित्व करते हुए कई कंगारू खिलाड़ी चोटिल हो गए थे। क्लार्क ने कहा कि इसमें खिलाड़ियों पर कम आराम के कारण काम का बोझ बढ़ता है। क्लार्क के अनुसार “पैसे आना एक सकारात्मक पहलू है लेकिन थकान और आराम की कमी एक नकारात्मक पहलू है। आपके लिए श्रेष्ठ क्या है, यह आपको देखना होगा।“ इस पूर्व कंगारू कप्तान की चिंता उचित नजर आती है, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के लिए आईपीएल के बाद 2016 का वर्ष अच्छा नहीं रहा। पिछले वर्ष शानदार फॉर्म दर्शाने वाले स्टीव स्मिथ को पुणे सुपरजीएण्ट्स की तरफ से आईपीएल 2016 के दौरान उंगली में चोट लग गई और उन्होंने टीम को बीच में ही छोड़ दिया था। शॉन मार्श को भी कमर में चोट के बाद टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा था, मिचेल मार्श और जॉन हैस्टिंग्स को भी चोटों से पूरे सीजन को छोड़ना पड़ा था। क्लार्क ने कहा “क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अपने अनुबंधित खिलाड़ियों को हर वर्ष छह सप्ताह की छुट्टी देता है, इस दौरान आईपीएल भी होता है इसलिए यह खिलाड़ी पर निर्भर करता है, कि वे इसमें खेले या न खेले। अगर आप छह सप्ताह की छुट्टियों को आईपीएल खेलने के लिए उपयोग करते हो, तो यह आपकी मर्जी है।“ 35 वर्षीय क्लार्क ने भी आईपीएल में कुछ वर्ष पहले पुणे वारियर्स का प्रतिनिधित्व किया था। बाद में इस टीम को निलंबित कर दिया गया। क्लार्क ने खुद को 2013 की एशेज सीरीज के लिए बचाते हुए आईपीएल के छ्ठे संस्कारण से दूर रहे थे। उन्होंने उस वर्ष भारत के खिलाफ हुई कमर और हेमस्ट्रिंग की समस्या को ठीक करने में उन छह सप्ताह के समय का उपयोग किया। गौरतलब है कि क्लार्क के सन्यास लेने पर कहा गया था कि उन्होंने जल्दी ही यह कदम उठा लिया है, वे अभी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में और खेल सकते थे।