दक्षिण अफ्रीका के कार्यवाहक कप्तान फाफ डू प्लेसी के बॉल टेंपरिंग मामले पर विश्व भर में काफी चर्चा के बाद इसमें इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन भी कूद पड़े हैं। वॉन ने फाफ डू प्लेसी का समर्थन करने के लिए वैज्ञानिक प्रयोग करते हुए यह बताया कि मिंट के थूक से गेंद की स्विंग पर कोई असर नहीं होता। वॉन अभी भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज में पत्रकार की भूमिका में है। उन्होंने एक अनोखा प्रयोग करते हुए डू प्लेसी के समर्थन में ट्विटर पर एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में इंग्लैंड के यह पूर्व कप्तान कुछ भारतीय वॉलंटियर्स से गेंदबाजी करवा रहे हैं। माइकल वॉन ने मिंट की लार का प्रयोग कूकाबूरा गेंद की बजाय फलों पर किया। उन्होंने मिंट का थूक घिसने के लिए एक संतरा, एक सेब और एक नींबू लिया और लड़कों से गेंदबाजी करने को कहा। पहले प्रतिभागी को उन्होंने संतरे पर मिंट का थूक रगड़कर एक पेड़ को निशाना बनाने के लिए कहा। वॉन ने इस पर निराशा जताई और बताया कि संतरे की हवा में कोई हलचल नहीं थी। इसके बाद दो और प्रतिभागियों को उन्होंने इसी तरह एक सेब और नींबू देकर गेंदबाजी कराई और कहा कि फलों में किसी भी तरह की हलचल देखने को नहीं मिली। वीडियो से नजर आया कि माइकल वॉन ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का मज़ाक उड़ाया। वॉन ने कहा “ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को शीशे में देखकर अपनी तकनीक पर काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मिंट के कारण वो संघर्ष नहीं कर रहे बल्कि उन्हें अपनी तकनीक सुधारने की जरूरत है।
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए होबार्ट टेस्ट के एक वीडियो में फाफ डू प्लेसी गेंद पर मिंट की लार रगड़ते हुए दिखे थे। इसके बाद आईसीसी ने मामले पर संज्ञान लेते हुए डू प्लेसी पर 100 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगाया था। फाफ डू प्लेसी ने इस फैसले के खिलाफ अपील की है। इसके बाद कई क्रिकेटरों ने फाफ डू प्लेसी के समर्थन में आकर कहा कि मिंट का थूक रगड़ने से गेंद पर असर नहीं पड़ता।