न्यूजीलैंड के माइक हेसन को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के पूर्व कोच डेरेन लेहमन की जगह आईसीसी क्रिकेट समिति में शामिल किया गया है। इस समिति के चेयरमैन भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले हैं। बॉल टैंपरिंग विवाद की वजह से लेहमन को ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच पद से इस्तीफा देना पड़ा था और अब उन्हें आईसीसी की क्रिकेट समिति में भी शामिल नहीं किया गया है।
माइक हेसन 2012 से न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के कोच थे। उनकी कोचिंग में ही न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम 2015 विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी। इसके अलावा टेस्ट रैंकिंग में कीवी टीम जुलाई 2015 में तीसरे और मई 2016 में दूसरे स्थान पर पहुंची थी। ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान बेलिंडा क्लार्क और स्कॉटलैंड की कप्तान काइले कोएट्जर को भी इस समिति में शामिल किया गया है। बेलिंड क्लार्क को महिला प्रतिनिधि के तौर पर आईसीसी क्रिकेट समिति में शामिल किया गया है। क्लार्क के नाम महिला वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक 229* रन का रिकॉर्ड भी दर्ज है। 1997 और 2005 में उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम ने विश्व कप खिताब जीता था। उन्होंने अपने करियर में 15 टेस्ट और 118 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्होंने क्रमश: 919 और 4844 रन बनाए।
गौरतलब है दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी कैमरन बैनक्रोफ्ट को बॉल टैंपरिंग (गेंद से छेड़छाड़ )करते हुए पाया गया था। बाद में टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ ने कबूल किया था कि उन्हें इस बारे में पहले से पता था। जांच में सामने आया कि डेविड वॉर्नर इसके मास्टरमाइंड थे और उन्होंने ही इसकी सलाह दी थी। इसके बाद वॉर्नर और स्मिथ पर 1-1 साल का बैन लगा दिया गया था, जबकि बैनक्रोफ्ट पर 9 महीने का बैन लगाया गया था। वहीं सीरीज खत्म होने के बाद टीम के कोच डेरेन लेहमैन ने भी इस्तीफा दे दिया था। इसी वजह से माइक हेसन को उनकी जगह क्रिकेट समिति में शामिल किया गया है।