अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कई ऐसे महान बल्लेबाज़ आए जिन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी के दम पर अपनी टीम को जीत के पार पहुंचाया। चाहे टेस्ट मैच हो या वनडे ये महान बल्लेबाज़ दोनों ही फॉर्मेट में अपनी छांप छोड़ चुके हैं। ऐसे ही बल्लेबाज़ों की सूची में आते हैं पाकिस्तान के बेहतरीन बल्लेबाज़ मिस्बाह-उल-हक़। पाकिस्तान के अनुभवी बल्लेबाज़ और टेस्ट कप्तान मिस्बाह-उल-हक़ ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कई ऐसी बेमिसाल पारियां खेली हैं जिसकी बदौलत टीम को बड़े मैचों में जीत हासिल हुई है। पर इसी के साथ-साथ उनकी कुछ ऐसी भी पारियाँ जिसमें टीम को जीत हासिल होते होते रह गई, जिसमें 2007 का पहला टी-20 वर्ल्ड कप फ़ाइनल कोई चाह कर भी नहीं भूल सकता। मिस्बाह-उल-हक़ ने इंग्लैंड दौरे पर जाने से पहले अपने भविष्य को लेकर एक बड़ी घोषणा करने का मन बनाया है। या अगर यूं कहा जाए कि वो अपने संन्यास का ऐलान भी कर सकते हैं तो ये ग़लत नहीं होगा। 42 वर्षीय इस बल्लेबाज़ ने पिछले साल ही वर्ल्ड कप के बाद एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। पर वो क्रिकेट के लंबे फॉर्मेट में अभी भी टेस्ट कप्तान के रूप में खेल रहे हैं। और तो और उन्होंने अपना आख़िरी टी-20 मैच साल 2012 में खेला था। मिस्बाह को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी ने कहा “अब देखना ये है कि शुक्रवार तक मिस्बाह अपने आगे खेलने का फैसला मीडिया के सामने लेंगे या फिर बोर्ड को इसकी सूचना देंगे”। इंग्लैंड दौरे के लिए पाकिस्तान टीम के 17 सदस्यों की घोषणा हो चुकी है, और साथ ही पाकिस्तान टीम के नए कोच मिकी आर्थर का भी इस सीरीज़ से पाकिस्तानी कोच का कार्यकाल शुरू होगा। मिस्बाह का ये मानना है कि उनकी टीम इंग्लैंड के स्विंग गेंदबाज़ों के लिए तैयार हैं। साथ ही साथ उन्होंने ये भी कहा "इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाजों को उन्ही के घर में खेलना हमारे बल्लेबाज़ों के लिए एक बड़ी चुनौती है, जिसके लिए हम कुछ महीनों से पूरी तैयारी कर रहे हैं। बस बल्लेबाज़ों को अपनी ज़िम्मेदारी लेकर खेलना होगा”। अब देखना ये है कि क्या ये सीरीज़ इस महान बल्लेबाज़ की आख़िरी सीरीज़ होगी या फिर वो आगे खेलना चाहेंगे। इसके लिए समर्थकों को आने वाले शुक्रवार का इंतज़ार करना होगा।