पाकिस्तान क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान मिस्बाह-उल-हक़ क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में विचार कर रहे हैं और उनका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में खेलना तय नहीं है। मेलबर्न में आखिरी दिन पाकिस्तान के अप्रत्याशित हार के बाद मिस्बाह ने ये संकेत दिए हैं कि वो अब शायद आगे न खेलें। 42 वर्षीय मिस्बाह पाकिस्तान के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं लेकिन उनकी ही कप्तानी में पाकिस्तान अपने पिछले पांच टेस्ट आर चुकी है। मिस्बाह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज की चार पारियों में सिर्फ 20 रन बनाये हैं। उन्होंने मैच में बाद कहा," मुझे लगता है कि मुझे इस बारे में सोचना होगा। अगर आप टीम में रहते हुए कोई योगदान नहीं दे रहे हैं, तो आपका टीम में रहने का कोई मतलब नहीं है। ये एक ऐसा समय है जब मुझे इस बारे में सोचना होगा। मैंने अभी सिडनी टेस्ट के बारे में नहीं सोचा है कि मैं खेलूँगा या नहीं।" पिछले साल यूएई में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जीत के बाद से ही मिस्बाह के संन्यास की चर्चाएं चल रही हैं। भारत के खिलाफ सीरीज की उम्मीदों को लेकर मिस्बाह ने संन्यास को आगे बढ़ा दिया। उसके बाद इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के मुश्किल दौरों से पहले उन्होंने फैसला लिया कि वो इन दौरों पर टीम की अगुआई करेंगे। इंग्लैंड में टीम ने बढ़िया प्रदर्शन किया और टेस्ट सीरीज को 2-2 से बराबर करवाया। उनसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरूआती दो टेस्ट में भी पाकिस्तान ने जीत हासिल की। लेकिन उसके बाद से टीम लगातार पांच टेस्ट हर चुकी है, जिसमें एक हर कमजोर वेस्टइंडीज के खिलाफ भी आई। पिछले कुछ समय से मिस्बाह की कप्तानी में भी वो धार नजर नहीं आ रही और साथ ही खराब शॉट खेलकर उनके आउट होने का सिलसिला जारी है। मिस्बाह ने कहा कि एक सीनियर खिलाड़ी होने के नाते आपके ऊपर अधिक जिम्मेदारी रहती है और ऐसे में टीम को अपने प्रदर्शन से निराश करना काफी दुखद है। अब देखना है कि क्या सिडनी टेस्ट में आखिरी बार मिस्बाह को मैदान पर देखा जाएगा या फिर उससे पहले ही वो संन्यास की घोषणा कर देंगे।