क्रिकेट में अपनी उम्र का अर्धशतक जमाना चाहते हैं मिस्बाह

इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में संपन्न टेस्ट सीरीज पाकिस्तान क्रिकेट के लिए बड़ी उपलब्धि साबित हुई है। टीम ने देश के आजादी दिवस पर इंग्लैंड को 10 विकेट से हराकर 4 मैचों की सीरीज 2-2 से ड्रॉ कराई। सीरीज में पाकिस्तान का भाग्य नाटकीय अंदाज में बदलते देखा गया। 2010 में मिस्बाह को टीम में वापस बुलाकर कप्तानी सौंपी गई क्योंकि तब का इंग्लैंड दौरा पाकिस्तान क्रिकेट के लिए काला समय साबित हुआ था। मगर अब द ओवल में नाटकीय जीत दर्ज करने के बाद मिस्बाह ने अपनी अलग छवि बना ली है। बीबीसी से बातचीत में अपने भविष्य के बारे में बात करते हुए मिस्बाह ने कहा, 'संभवतः मैं लंबे समय तक खेलने के लिए तैयार हूं और जब मैं 50 की उम्र तक खेलूं तब तक हम विश्व रिकॉर्ड बना सके।' सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर का रिकॉर्ड इंग्लैंड के विलफ्रेड रोड्स के नाम दर्ज है। रोड्स ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सबीना पार्क में अपने टेस्ट करियर का 58वां व अंतिम टेस्ट खेला था, तब उनकी उम्र 52 वर्ष 156 दिन थी। यह लोकप्रिय 'टाइमलेस' टेस्ट था और जब यह खत्म हुआ तब उनकी उम्र 52 वर्ष 165 दिन हो चुकी थी। अन्य क्रिकेटर जो 50 की उम्र में क्रिकेट खेल चुके हैं उसमें बर्ट आयरनमोंगर, डब्लूजी ग्रेस और जॉर्ज गन का नाम शामिल है। टेस्ट मैचों में सक्रिय खिलाड़ियों में मिस्बाह (42) सबसे उम्रदराज क्रिकेटर हैं। युनिस खान (38), रंगना हेराथ (38), जुल्फिकुर बाबर (37), इमरान ताहिर (37) और एडम वोग्स (36) मौजूदा समय के उम्रदराज खिलाड़ियों की सूची में शुमार हैं। पिछले 6 वर्षों में मिस्बाह ने न सिर्फ टीम को एकजुट किया है, बल्कि उन्हें कलंकों से भी बचाया है, जिसने टीम को पूर्व में काफी बर्बाद कर रखा था। इंग्लैंड में सीरीज ड्रॉ प्रदर्शन के बाद मिस्बाह ने न सिर्फ अपने देश के प्रशंसकों को बल्कि अन्य टीमों को भी संदेश दिया है। अगले 6 महीनों में पाकिस्तान को वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलना है। मिस्बाह ने कहा, 'मैं अपनी टीम को कहता था कि हमें अन्य टीमों से प्रेरणा लेना चाहिए जो पीछे मुड़कर कभी नहीं देखते और लगातार प्रदर्शन पर ध्यान देते हैं। हमने भी ऐसा किया। जब आप क्रिकेट खेलते हैं तब बहुत मुश्किलों और चुनौतियों का सामना करते हैं, लेकिन कड़ी मेहनत के बल पर आप कठिन चीजों को भी हासिल कर सकते हैं।' 2009 में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर आतंकी हमला होने के बाद से पाकिस्तान ने घरेलू जमीन पर टेस्ट की मेजबानी नहीं की है। लेकिन उन्होंने अपने प्रशसंकों को खुश होने का मौका दिया है।