भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग ने भारतीय टीम के कोच ना बन पाने को लेकर बड़ा बयान दिया है। सहवाग ने कहा है कि बोर्ड में बैठे लोगों के साथ उनकी सेटिंग नहीं थी इसलिए उन्हे भारतीय टीम का कोच नहीं बनाया गया। सहवाग ने कहा कि बीसीसीआई में जो ऊपर के लोग बैठे हैं उन तक उनकी पहुंच नहीं थी इसीलिए वो कोच नहीं बन पाए। इसी के साथ सहवाग ने ये भी कहा कि वो अब दोबारा भारतीय टीम के कोच पद के लिए अप्लाई नहीं करेंगे। एक निजी चैनल से बातचीत में सहवाग ने कहा कि ' देखिए मैं कोच इसलिए नहीं बन पाया क्योंकि जो भी कोच चुन रहे हैं उनसे मेरी कोई सेटिंग नहीं थी'। सहवाग ने एक सनसनीखेज खुलासा ये भी किया कि बीसीसीआई के कुछ सदस्यों ने ही उनसे कोच के पद के लिए अप्लाई करने को कहा था। इसीलिए उन्होंने अप्लाई किया, नहीं तो उनका कोई ईरादा नहीं था। सहवाग ने कहा कि ' मैंने कभी भारतीय टीम का कोच बनने के बारे में नहीं सोचा था। मुझे कोचिंग के लिए ऑफर दिया गया था। बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी और जीएम एमवी श्रीधर ने मुझसे इस पद के लिए आग्रह किया था। इसके बाद मैंने कोच पद के लिए अप्लाई किया। सहवाग ने ये भी कहा कि उन्होंने इस बारे में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली से भी बात की थी। उन्होंने मुझसे अप्लाई करने के लिए कहा था, तभी मैंने इस पद के लिए अप्लाई किया। सहवाग ने कहा कि अगर आप मेरी राय पूछेंगे तो मैं कभी भारतीय टीम का कोच बनने का इच्छुक नहीं था। टीम इंडिया के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज ने भारतीय टीम के वर्तमान कोच रवि शास्त्री पर भी निशाना साधा। माना जा रहा है कि रवि शास्त्री कोच के तौर पर भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली की पहली पसंद थे, इसीलिए उन्हे कोच बनाया गया। सहवाग ने ये भी कहा कि रवि शास्त्री ने कहा था कि वो इस पद के लिए अप्लाई नहीं करेंगे। सहवाग ने कहा कि ' जब चैंपियंस ट्रॉफी के लिए मैं इंग्लैंड में था। तब मैंने रवि शास्त्री से पूछा कि उन्होंने क्यों नहीं अप्लाई किया तो उन्होंने कहा कि वो वही गलती दोबारा नहीं करेंगे जो कि एक बार कर चुके हैं। सहवाग ने कहा कि अगर रवि शास्त्री पहले अप्लाई कर देते तो मैं कभी भी अप्लाई नहीं करता।