क्रिकेट के चाहने वालों के लिए एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी का बड़ी बेसब्री से इंतजार था। फिल्म रिलीज़ हो चुकी है, जिसमें निर्देशक नीरज पांडे भारतीय कप्तान धोनी की अनकही दास्तां बताने की अच्छी कोशिश की है। फिल्म में धोनी की भूमिका में सुशांत सिंह राजपूत नजर आ रहे हैं। इस बायोपिक में कई खामियां हैं, जिसमें धोनी का 2 महीने में 7 इंच तक बाल बढ़ा लेना और धोनी की मां को 90 के दशक में सचिन की 2011 वाली जर्सी में तस्वीर रखना। ये सब गलतियां तो हैं ही, साथी ही हमने कई और नोटिस की हैं, जो निम्न हैं:
1) धोनी के भाई रहे नदारद
जिसने भी फिल्म देखी है उन्होंने भूमिका चावला को धोनी के बहन के किरदार में देखा होगा। लेकिन वास्तविकता में धोनी दो भाई और एक बहन हैं। जबकि फिल्म में धोनी के बड़े भाई एनएस धोनी को कहीं भी नहीं दिखाया गया। धोनी के भाई नरेंद्र सिंह धोनी का फिल्म कहीं जिक्र नहीं है। जबकि वह रांची में जानेमाने नेता हैं। उन्होंने 2009 में बीजेपी ज्वाइन किया था। उसके बाद उन्होंने 2013 में समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर लिया था। धोनी के परिवार से अनबन की वजह से वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रांची में अलग रहते हैं।
2) विज्ञापन
फिल्म में धोनी को कई सारे ब्रांड्स का विज्ञापन भी करते दिखाया गया है। जिसमें फिनोलेक्स, लावा फोन्स, गर्नियर इत्यादि हैं। फिल्म में धोनी को लावा का विज्ञापन 2008 से करते दिखाया गया है। लेकिन वास्तव में लावा कंपनी ही 2009 में शुरू हुई थी। जबकि धोनी को इसका ब्रांड एम्बेसडर इसी साल के शुरुआत में बनाया गया है। लावा ने 10 अप्रैल 2016 को अपना ब्रांड एम्बेसडर बनाया है। इसके अलावा फिल्म में धोनी को गार्नियर का भी विज्ञापन करते हुए दिखाया गया है। जबकि धोनी ने कभी भी गार्नियर का ऐड नहीं किया है। हालांकि रील लाइफ के धोनी सुशांत सिंह राजपूत गार्नियर के ऐड में दिखते रहे हैं।
3) धोनी और प्रियंका झा की कहानी
बायोपिक की शुरुआत में ही सबको ये बात पता चली थी कि फिल्म में धोनी और प्रियंका झा की प्रेम कहानी के बारे में बताया जाएगा। प्रियंका झा की मौत एक रोड एक्सीडेंट में हो गई थी। उससे पहले धोनी और प्रियंका ने कुछ वक्त साथ में बिताया था। फिल्म धोनी और प्रियंका की मुलाकात वाईजैग, कोच्चि में साल 2005 में पाकिस्तान और भारत के बीच पहले वन-डे के बाद होते दिखाया गया है। उसके बाद इन दोनों ने साल 2006 में भारत-पाकिस्तान दौरे तक साथ में समय बिताया था। फिल्म में 14 फरवरी 2006 में एक रोड एक्सीडेंट में प्रियंका झा की मौत होते दिखाया गया था। लेकिन फिल्म में धोनी और प्रियंका का पार्ट पूरी तरह से गलत दिखाया गया है। साल 2002 में धोनी जब क्रिकेट में उभर रहे थे। तभी उनकी मुलाकात प्रियंका झा से हुई थी। लेकिन जब साल 2003-04 में धोनी का चयन केन्या दौरे के लिए में भारत ए टीम में त्रिकोणीय सीरीज में हुआ। प्रियंका की मौत एक एक्सीडेंट में हो गई थी। प्रियंका ने धोनी को भारत के लिए खेलते कभी नहीं देखा।
4) जब धोनी की मुलाकात साक्षी रावत से हुई
फिल्म में साक्षी और धोनी की मुलाक़ात कोलकाता के ताज बंगाल होटल में होते दिखाया गया है। जहाँ वह इंटर्न कर रही थीं। ये उनका होटल में आखिरी दिन दिखाया गया उसके बाद वह औरंगाबाद आ गयी थीं। हाँ साक्षी ताज बंगाल में इंटर्न थीं और उनकी मुलाकात धोनी से होटल में हुई थी और उनका वह अंतिम वर्किंग डे था। लेकिन धोनी और साक्षी एक दूसरे को बचपन से जानते थे। क्योंकि उनके पिता साथ में रांची में काम करते थे। वे दोनों एक ही स्कूल पढ़ते थे। उसके बाद साक्षी का परिवार देहरादून शिफ्ट हो गया और उसके बाद धोनी और साक्षी की कभी बात नहीं हुई थी। साल 2007 में भारत और पाकिस्तान के बीच कोलकाता में टेस्ट मैच चल रहा था। जहाँ ताज बंगाल में धोनी की मुलाकात साक्षी से हुई थी। उसके बाद साल 2008 में भारत ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर था। जहाँ से दोनों ने एक दूसरे को डेट करना शुरू कर दिया था। उसके बाद 2010 में दोनों ने शादी कर ली।