भारत के पूर्व क्रिकेटर दीप दासगुप्ता ने कहा है कि भारत में नवनियुक्त महिला टीम कोच रमेश पोवार (Ramesh Powar) और एकदिवसीय कप्तान मिताली राज (Mithali Raj) को पहले फोन पर बात करनी चाहिए और अपने मतभेदों को सुलझाना चाहिए। दूसरी बार रमेश पोवार के कोच बनने के बाद दीप दासगुप्ता ने यह प्रतिक्रिया दी है। बीसीसीआई ने रमेश पोवार को फिर से कोच बनाया है। पहले भी वह कोच रहे हैं लेकिन मिताली राज के साथ मतभेदों के चलते उन्होंने खुद इस्तीफ़ा दिया था।
स्पोर्ट्स टुडे से बातचीत में दासगुप्ता ने कहा कि हम नहीं जानते कि क्या हुआ लेकिन हम सभी जानते हैं कि वहां कुछ हुआ था। मिताली आपकी 50 ओवर की कप्तान हैं और वह एक लीजेंड हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है। यह पहली चीज है जिसे हल करने की आवश्यकता है। जब आपके पास कोई वरिष्ठ और मिताली जैसा कोई व्यक्ति होता है, जिसे पहले से ही रमेश के साथ कोई समस्या थी, तो मुझे लगता है कि पहली चीजों में से एक यह होना चाहिए कि मतभेदों को सुलझाने के लिए फोन कॉल किया जाए।
रमेश पोवार ने पहले दिया था इस्तीफ़ा
गौरतलब है कि रमेश पोवार जब पहले कोच थे उस समय मिताली राज के साथ कुछ मतभेद थे और मिताली ने कुछ आरोप भी पोवार के ऊपर लगाए थे। इसके बाद पोवार ने खुद ही इस्तीफ़ा दे दिया था। हालांकि उस समय क्या हुआ था, यह पूरी तरह से सामने नहीं आया लेकिन मतभेद की बातों की पुष्टि मिताली के आरोपों से हुई थी।
अब एक बार फिर से पोवार ने कोच पद के लिए आवेदन किया था और बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति ने उनके नाम की सिफारिश करते हुए इस पर मुहर लगा दी। पोवार दूसरी बार कोच बन गए और वह डब्ल्यू बी रमन की जगह लेंगे, रमन दो साल कोच रहे।