न्यूजीलैंड में वनडे सीरीज में खेल रही भारतीय महिला टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती अगले महीने शुरू होने वाला आईसीसी महिला वर्ल्ड कप 2022 (ICC Women's World Cup 2022) होगा। वनडे वर्ल्ड कप की शुरुआत 4 मार्च से होगी। टूर्नामेंट में भारतीय टीम अपना पहला मुकाबला 6 मार्च को पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगी। इस बड़े टूर्नामेंट के लिए टीम की कमान अनुभवी बल्लेबाज मिताली राज (Mithali Raj) के हाथों में हैं। इनकी कप्तानी में भारतीय टीम दो बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में खेल चुकी है। मिताली ने वर्ल्ड कप को लेकर कहा कि उनकी टीम की क्षमता वर्ल्ड कप जीतने से कहीं अधिक है। उन्होंने कहा कि दो मौकों पर करीब आने के बाद अब यह "सिर्फ करने का मामला" है।
मिताली ने आईसीसी के लिए अपने कॉलम में कहा,
हमने दिखाया है कि हम ट्रॉफी जीतने में सक्षम से अधिक हैं, अब यह सिर्फ ऐसा करने का मामला है और ऐसा करने का प्रभाव अविश्वसनीय होगा। मैं केवल कल्पना कर सकती हूं कि इसका क्या प्रभाव होगा।
भारतीय कप्तान ने आगे कहा,
मुझे 2017 में आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल की भावनाएँ स्पष्ट रूप से याद हैं, जो जीत के इतने करीब आ गई थीं। इंग्लैंड के खिलाफ मैच खचाखच भरे लॉर्ड्स स्टेडियम में खेला गया था और उस मौके से चूकना कुछ ऐसा है जिसका हमेशा मलाल रहेगा।
वर्ल्ड कप से पहले गेंदबाजी को लेकर मिताली ने जताई चिंता
न्यूजीलैंड के खिलाफ मौजूदा वनडे सीरीज में भारतीय बल्लेबाजी मजबूत साबित हुई लेकिन गेंदबाजी काफी कमजोर नजर आई है। इसी वजह से भारत पांच मैचों की सीरीज में 0-4 से पीछे चल रहा है। चौथे मैच में हार के बाद गेंदबाजी को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए मिताली ने कहा,
निश्चित रूप से सीम और स्पिन आक्रमण के साथ कुछ कॉम्बिनेशन की कोशिश कर रही हूं। वर्ल्ड कप में गेंदबाजी आक्रमण चिंता का विषय है। हम परिस्थितियों और खुले मैदान और हवा के अनुकूल हो रहे हैं। हम अपने गेंदबाजी स्पेल में बहुत निरंतर नहीं रहे हैं।