झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswami) भारतीय क्रिकेट ही नहीं बल्कि वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी अलग पहचान रखती हैं। शनिवार को इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम वनडे के साथ ही उनके करियर पर विराम लग गया। उन्होंने खेल को अलविदा कह दिया है। महिला क्रिकेट में उनका नाम महानतम खिलाड़ियों में शामिल है। इस बीच पूर्व भारतीय कप्तान मिताली राज (Mithali Raj) ने गोस्वामी को लेकर एक बड़ी प्रतिक्रिया दी है।
पीटीआई से बातचीत में मिताली ने कहा कि हम एक ही उम्र के हैं, इसलिए हमारे बीच सहजता और बातचीत है। उनके पास जाना और उनसे बात करना हमेशा बहुत आसान था। कोई है जो जमीन पर हमेशा ऊर्जा से भरा रहता था, शायद इसलिए कि वह एक तेज गेंदबाज हैं।
मिताली ने आगे कहा कि नेट्स में अक्सर मैं उनसे पूछती थी कि आग क्यों उगल रही हो, आप मेरी टीम की साथी ही हो ना। तब वह कहती थीं कि इससे (गेंदबाजी) बाहर निकलना मुश्किल है। घरेलू क्रिकेट सहित जहां हम अक्सर एक-दूसरे के खिलाफ खेलते थे, उनके पास हमेशा प्रतिस्पर्धा की लकीर थी। मैंने उस प्रतिद्वंदिता का भी आनंद लिया। वह बहुत लंबे समय तक एक छोर से अकेली रेंजर थी। उनको कभी-कभी समर्थन मिलता, लेकिन अक्सर वह दबाव बनाने की कोशिश करने वाली अकेली होती थीं। यह हाल के दिनों में भी सच है।
गौरतलब है कि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से पहले ही खबरें आ गईं थी कि झूलन गोस्वामी की यह अंतिम सीरीज होगी और वह संन्यास ले रही हैं। इसके बाद बीसीसीआई ने भी ऐलान किया था। अंतिम मुकाबले में गोस्वामी टॉस करने के लिए हरमनप्रीत कौर के साथ मैदान पर उतरी थीं। इसके अलावा टीम हडल में उन्होंने स्पीच भी दी। हरमन को झूलन ने गले लगाया था, इस दौरान हरमन की आँखों में आंसू थे। टीम इंडिया के लिए झूलन गोस्वामी ने सभी तीनों प्रारूप खेले।