टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज़ मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने बीसीसीआई द्वारा लिए गए डीआरएस के फैसले का खुलकर समर्थन किया है। हालांकि इससे पहले बीसीसीआई इस डीआरएस सिस्टम का इस्तेमाल करने के किनारा करती नज़र आरही थी पर इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए बीसीसीआई ने इसपर मंज़ूरी दे दी है। बीसीसीआई के इस फैसले के तुरंत बाद ही पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने उसके इस फैसले की जमकर तारीफ की और सही बताया। अज़हरुद्दीन ने ये सारी बात एक मीडिया से इंटरव्यू के दौरान कही। अज़हरुद्दीन ने कहा “मैं कह सकता हूं कि ये एक बेहतरीन सोच है, उन्हें इसके बारे में काफी पहले ही विचार करना चाहिए था। चलिए देर आये दुरुस्त आये लेकिन मैं फिर से कहूंगा कि ये एक अच्छा निर्णय है जिसे काफी पहले लेना चाहिए था”। इसके अलावा अज़हरुद्दीन ने आर अश्विन और विराट कोहली के मौजूदा फॉर्म की भी जमकर तारीफ की। “अगर हम ये फैसला पहले ले लेते तो शायद हम कुछ ऐसे टेस्ट मैच जीतने में कामयाब हो पाते जिसे हमने कुछ ग़लत फैसलों की वजह से गवां दिया”: अज़हरुद्दीन एक बड़ा फैसला जो सीरीज पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है, भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में अंपायर निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) का पूर्ण संस्करण ट्रायल के आधार पर लागू किया जा रहा है, जिससे प्रणाली द्वारा बनाई प्रगति का आंकलन किया जा सके। पूर्ण संस्करण में हॉकआई, अल्ट्रामोशन कैमराज, अल्ट्रा-एज और सभी तरह के कैमरे शामिल हैं, जिससे DRS का पर्याप्त आंकलन होता है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के क्रिकेट के महाप्रबंधक ज्योफ एलरडाइस ने गुरुवार को भारत और न्यूजीलैंड के बीच दिल्ली में दूसरे वन-डे से पहले बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर, प्रमुख कोच अनिल कुंबले और एमवी श्रीधर से मुलाकात करके अपने द्वारा बनाई प्रणाली का प्रेजेंटेशन दिया। बीसीसीआई वैश्विक क्रिकेट में एकमात्र ऐसा देश है जो लगातार डीआरएस प्रणाली का विरोध करता रहा है। इसके चलते भारत की किसी भी द्विपक्षीय सीरीज में डीआरएस लागू नहीं होता था। अब राजकोट में 9 नवंबर से होने वाले पहले टेस्ट मैच से डीआरएस को लागू किया जाएगा। इस सीरीज में इस प्रणाली के परिणामों को देखकर बीसीसीआई आगे के बारे में फैसला करेगी। बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा, 'हमें यह जानकर खुशी है कि हॉकआई ने बीसीसीआई द्वारा दी गई सभी सिफारिशों पर ध्यान देकर इसमें सुधार किया है। हम इस बात की घोषणा करते है कि इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में ट्रायल के आधार पर हम DRS प्रणाली को सुधरे हुए स्वरूप में लागू करेंगे। हम देखेंगे कि इसका परिणाम कैसा रहता है और फिर इसे अपनाने के बारे में आगे भी निर्णय लिया जाएगा।'