पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन (Mohammad Azharuddin) ने अगले टेस्ट कप्तान के लिए रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को चुना है। विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद भारतीय टीम को नए कप्तान की तलाश है और इस जिम्मेदारी के लिए सही विकल्प चुनने की बीसीसीआई के सामने एक बड़ी चुनौती है।
अगले टेस्ट कप्तान के तौर पर रोहित शर्मा के अलावा केएल राहुल और ऋषभ पंत के नाम पर चर्चा हो रही है लेकिन यह जिम्मेदारी किसे मिलेगी, इसको लेकर अभी तक कुछ भी स्पष्ट नजर नहीं आ रहा है।
इंडिया न्यूज पर चर्चा के दौरान, मोहम्मद अजहरुद्दीन से पूछा गया कि वह अगले कप्तान के रूप में किसे देखते हैं जो भारतीय टीम को अगले 5-6 वर्षों तक आगे ले जा सकता है। इसके जवाब में उन्होंने कहा,
मुझे लगता है कि 5-6 साल आगे देखना एक लंबा समय है। आपको निश्चित रूप से आगे देखना चाहिए, लेकिन साथ ही वर्तमान को भी देखने की जरूरत है। केवल भविष्य को ध्यान में रखते हुए आप एक अनुभवहीन खिलाड़ी को कप्तान नहीं बना सकते, जिससे समस्या हो सकती है।
रोहित शर्मा की फिटनेस की समस्य को स्वीकार करते हुए पूर्व कप्तान ने रोहित का समर्थन करते हुए कहा,
मुझे लगता है कि रोहित शर्मा एक अच्छा खिलाड़ी है और एक बहुत अच्छा कप्तान हो सकता है। वह दो या तीन साल और क्रिकेट खेल सकता है, वह और भी खेल सकता है लेकिन उसकी फिटनेस बहुत महत्वपूर्ण होगी क्योंकि उसकी हैमस्ट्रिंग बार-बार कमजोर हो जाती है।
अजहरुद्दीन ने कहा कि हाल ही में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज के दौरान रोहित की अनुपस्थिति से दक्षिण अफ्रीका को फायदा हुआ। उन्होंने कहा,
इस सीरीज में उनकी अनुपस्थिति भी दक्षिण अफ्रीका के लिए एक फायदा बन गई क्योंकि वह एक आक्रामक खिलाड़ी है, एक सलामी बल्लेबाज के रूप में भी आक्रामक अंदाज में खेलता है। मेरे पास जो भी अनुभव है और जो भी क्रिकेट मैंने खेला है, मुझे लगता है कि कप्तानी केवल रोहित को दी जानी चाहिए।
रोहित की उम्र बड़ी समस्या नहीं होनी चाहिए - मोहम्मद अज़हरुद्दीन
अज़हरुद्दीन से यह भी पूछा गया कि क्या रोहित शर्मा की उम्र टेस्ट कप्तान बनाए जाने पर एक रुकावट बन सकती है। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा,
वह 34 साल का है, वह इतना बूढ़ा नहीं है। वह 5-6 साल आसानी से खेल सकता है, वह एक बल्लेबाज है। अगर वह एक ऑलराउंडर होता, तो मैं अलग सोचता या अलग जवाब देता लेकिन क्योंकि वह बल्लेबाज है, इसमें ज्यादा दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने यह भी कहा कि तीनों प्रारूपों में एक ही कप्तान होने पर कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।