पाकिस्तान के ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज को आईसीसी ने संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन के चलते अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी करने से तुरंत प्रभाव से रोकते हुए प्रतिबंधित कार दिया है। एक व्यक्तिगत मूल्यांकन में हफीज का एक्शन अवैध पाया गया, इसके बाद आईसीसी ने यह फैसला लिया।
श्रीलंका के खिलाफ अक्टूबर में अबुधाबी में वन-डे सीरीज के दौरान हफीज के एक्शन को लेकर रिपोर्ट दी गई थी। लीस्टरशायर में लोबर्ग यूनिवर्सिटी में हफीज का एक व्यक्तिगत परिक्षण किया गया, इसी मूल्यांकन में उनके एक्शन को संदिग्ध पाया गया। इस टेस्ट में पाया गया कि उनकी अधिकतर गेंदों में हाथ 15 डिग्री से अधिक मुड़ रहा था।
आईसीसी द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज के अनुसार अवैध गेंदबाजी एक्शन की धारा 11।1 का उल्लंघन हुआ है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अलावा राष्ट्रीय स्तर के घरेलू टूर्नामेंट में भी हफीज सम्बंधित बोर्ड के नियमों के अंतर्गत गेंदबाजी नहीं कर सकेंगे। हफीज के लिए राहत की बात यह कही जा सकती है कि उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा आयोजित घरेलू टूर्नामेंट में गेंदबाजी करने से नहीं रोका जाएगा और उस स्थिति में धारा 11.1 लागू नहीं होगी।
मोहम्मद हफीज के साथ ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब उन्हें गेंदबाजी से वंचित रहना पड़ा है, इससे पहले भी 2 बार उन्हें संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन के चलते प्रतिबंधित किया जा चुका है। अब हफीज के पास एक मौका यह है कि 4।5 क्लोज के तहत पुनर्मूल्यांकन के लिए अपील कर सकते हैं।
पहली बार निलंबन के कुछ समय बाद जी हफीज की गेंदबाजी को दूसरी बार भी संदिग्ध पाया गया और इस बार उन्हें 24 महीने के लिए गेंदबाजी करने से निलंबित कर दिया गया। इससे हफीज 12 महीने तह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी नहीं कर पाए। ब्रिसबेन में फिर से टेस्ट देने के बाद उन्हें नवम्बर 2016 में गेंदबाजी करने की हरी झंडी मिल गई। हफीज इस फैसले के खिलाफ अपील करते हैं या नहीं, यह देखने वाली बात है।